न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
हकीकी आजादी मार्च में फायरिंग में घायल इमरान खान की हालत सुधरने लगी है, लेकिन पाकिस्तान के हालात विस्फोटक हो गये हैं। फायरिंग की घटना के बाद इमरान खान के समर्थक काफी उग्र हो उठे हैं। पाकिस्तान प्रधानमंत्री शरबाज शरीफ के खिलाफ जगह-जगह नारेबाजी व आगजनी हो रही है। पाकिस्तान सरकार ने राजधानी इस्लामाबाद में लॉकडाउन की घोषणा तो कर दी है। लेकिन इसके बावजूद इमरान समर्थकों का उग्र प्रदर्शन जारी है।
बता दें, गुरुवार को हकीकी आजादी मार्च के दौरान पंजाब प्रांत में इमरान खान के कंटेनर-ट्रक पर फायरिंग कर दी गयी थी। इस घटना में इमरान के पैर में तीन गोलिया लगी हैं। लाहौर के अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। कल की घटना में एक शख्स की मौत भी हो गई थी।
गृहयुद्ध की ओर पाकिस्तान?
पाकिस्तान में अभी जो हालाता है, वह गृहयुद्ध की ओर इशारा कर रहे हैं। इधर हमले के बाद इमरान खान के तेवर और सख्त हो गए हैं। वह भी शहबाज सरकार के खिलाफ आरपार की लड़ाई के मूड में नजर आ रहे हैं। इमरान ने हमले के लिए तीन लोगों को जिम्मेदार ठहराया है। पहला पाकिस्तान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, दूसरा गृह मंत्री राना सनाउल्ला और तीसरा आर्मी के मेजर जनरल फैसल का हैं। इमरान खान ने मांग की है कि तीनों को उनके पदों से हटाया जाये, अन्यथा पूरे देश में प्रदर्शन होगा।
सेना सम्भाल सकती है मोर्चा
देश के बिगड़ते हालात को देखते हुए सरकार बागड़ोर सेना को सौंपने के विकल्पों पर भी विचार कर रही है। अभी सबसे बड़ा सवाल है कि पाकिस्तान में आगे क्या होने वाला है? कैसे शहबाज शरीफ की सरकार इस हालात को नियंत्रित कर पाएगी और इसके लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं? इस बीच इस्लामिक सहयोग संगठन ने कहा है कि वह सुरक्षा और स्थिरता के लिए किसी भी खतरे के खिलाफ इस्लामिक गणराज्य पाकिस्तान के साथ खड़ा है। फिलहाल, पाकिस्तान मार्शल लॉ और इसी तरह के कुछ और उपायों की तरफ बढ़ता नजर आ रहा है।
यह भी पढ़ें: Jharkhand: IT टीम घर में, विधायक प्रदीप यादव ‘बाहर’, जयमंगल का भी मंगल नहीं