सिमडेगा कश्मीर के लेह में आर्मी 699 टाट्रा बटालियन में हवलदार के पद पर पदस्थापित सिमडेगा का लाल किशोर बाड़ा का पार्थिव शरीर रविवार को तिरंगे में लिपटा हुआ उनके पैतृक गांव सदर प्रखंड के नानेसेरा तुरतुरी पानी पहुंचा। उनका शव गांव पहुंचते ही पत्नी, तीन बेटियां सहित पुरा गांव बिलख उठा। जवान का शव घर पहुंचने पर विधायक भूषण बाड़ा, डीसी अजय कुमार सिंह, एसपी सौरभ कुमार, जिप सदस्य जोसिमा खाखा, रांची मिलिट्री स्टेशन के जवान सहित कई लोगों ने शहीद को श्रद्धांजलि देते हुए नमन किया। मौके पर विधायक ने शहीद के शव को कंधा भी दिया। साथ ही मिट्टी देकर अंतिम विदाई दी। मौके पर विधायक भूषण बाड़ा ने कहा कि शहीद किशोर बाड़ा की शहादत बेकार नहीं जाएगी। उन्होंने कहा कि वे शहीद जवान के परिजनों के साथ खड़ा है। शहीद के परिजनों को शहर में जमीन दिलाया जाएगा। साथ ही उनके परिजनों को अनुकंपा पर नौकरी दिलाने के साथ साथ अन्य सभी लाभ दिलाने में सहयोग किया जाएगा। विधायक ने शहीद जवान की विधवा पत्नी एवं तीनों बेटियों को ढांढस बंधाते हुए उनके साथ खड़ा रहने का आश्वासन दिया। जिप सदस्य जोसिमा खाखा ने भी शहीद को श्रद्धांजलि दी। साथ ही परिजनों के साथ खड़ा रहने का आश्वासन दिया। मौके पर बीडीओ समीर रौनियार खलखो,थाना प्रभारी, अजीत लकड़ा, पंचायत सदस्य समिति प्रतिमा कुजूर, पंचायत अध्यक्ष निलेश एक्का आदि उपस्थित थे।
जिला प्रशासन शहीद के परिजनों के साथ: डीसी
मौके पर डीसी अजय कुमार सिंह ने कहा कि जिला प्रशासन शहीद किशोर बाड़ा के परिजनों के साथ खड़ा है। प्रशासन द्वारा परिजनों का हर संभव मदद करेगी। एसपी सौरभ कुमार ने कहा कि शहीद किशोर की शहादत हमेशा याद रखी जाएगी। उनकी शहादत बेकार नहीं जाएगी। पुलिस प्रशासन शहीद के परिजनों के साथ खड़ा है।
*शव पहुंचते ही बिलख उठा पुरा गांव*
रविवार को रांची मिलिट्री स्टेशन के जवानों ने शहीद जवान किशोर बाड़ा के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेट कर उनके पैतृक घर तुरतुरी पानी लेकर आए। शहीद बेटे का शव घर पहुंचते हीं पूरे गांव में गमगीन हो गया। पैतृक गांव में परंपरागत मिस्सा अनुष्ठान के बाद मिलिट्री स्टेशन के जवानों ने शहीद जवान को अंतिम सलामी दी। अपने पिता को अंतिम सलामी देते हुए शहीद की छोटी बेटी एंजिला बाड़ा फफक का रो पड़ी। जिसे देख वहां मौजूद सभी लोगों के आंखे छलक पड़ी।
बर्फ का पहाड़ वाहन में गिरने से गई शहीद किशोर की जान
सिमडेगा के तुरतुरी पानी निवासी जवान किशोर बाड़ा लेह में आर्मी के 699 टाट्रा बटालियन में हवलदार के पद पर पदस्थापित थे। 20 मार्च को लेह में जवान किशोर अपने बटालियन के साथ वाहन में कहीं जा रहे थे। इसी दौरान बर्फ का पहाड़ इनके वाहन में गिर गया। इस हादसे में जवान किशोर की मौत हो गई।
घर का एकलौता बेटा था शहीद किशोर बाड़ा
जानकारी के अनुसार शहीद किशोर बाड़ा घर के इकलौते मर्द थे। उनकी पत्नी शाशिता बाड़ा रांची में नर्स का कार्य करती है। शहीद की तीन मात्र बेटियां हैं। सभी पढ़ाई करती हैं। शहीद किशोर भी पांच भाई बहनों में इकलौते भाई थे। बचपन में हीं इनके सिर से पिता का साया उठ गया था। बहनों ने काफी कठिनाई से इनको पढ़ा कर आर्मी की नौकरी तक पहुंचाया था।
सिमडेगा से संभु सिंह की रिपोर्ट