न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
पंजाब में विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने सभी पार्टियों पर झाड़ू तो फेर दिया, लेकिन पार्टी के अंदर की गंदगी वह साफ नहीं कर पायी। शपथ ग्रहण के बाद आप ने 11 मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया है, लेकिन इन 11 मंत्रियों में से 7 पर आपराधिक मामले चल रहे हैं, जिनमें से चार पर आरोप काफी गंभीर हैं। इन चार मंत्रियों में दो डॉक्टर और दो वकील हैं। यह जानकारी पंजाब इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने दी है, जिसने मुख्यमंत्री भगवंत मान सहित सभी 11 मंत्रियों के हलफनामों का विश्लेषण किया है।
बता दें कि भगवंत मान के सीएम पद की शपथ के बाद आम आदमी पार्टी मंत्रिमंडल में शामिल 10 विधायकों ने शनिवार को मंत्रिपद की शपथ ली थी। इनमें हरपाल सिंह चीमा, हरभजन सिंह, डॉ. विजय सिंगला, लाल चंद, गुरमीत सिंह मीत हेयर, कुलदीप सिंह धालीवाल, लालजीत सिंह भुल्लर, ब्रह्म शंकर, हरजोत सिंह बैंस और डॉ. बलजीत कौर हैं।
7 पर आपराधिक मामले, 4 पर आरोप गंभीर
एडीआर के अनुसार मंत्रिमंडल के 7 सात यानी 64 फीसदी मंत्री आपराधिक मामलों में लिप्त हैं। इनमें से 4 यानी 36 फीसदी मंत्रियों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। ये वो मामले हैं जो इन मंत्रियों ने अपने इकरारनामे में घोषित किए हैं। एडीआर के अनुसार, गंभीर आपराधिक मामलों का मतलब उन अपराधों से है, जिनमें पांच साल या उससे अधिक की सजा होती है। खुद सीएम भगवंत मान गंभीर आपराधिक मामलों का सामना कर रहे। मान सरकार के तीन अन्य मंत्री हैं- गुरमीत सिंह मीत हेयर, कुलदीप सिंह धालीवाल और हरपाल सिंह चीमा।
आप के मंत्रियों के पास कितनी दौलत
11 मंत्रियों में नौ करोड़पति हैं। इनमें सबसे ज्यादा रईस मंत्री होशियारपुर के ब्रह्म शंकर (जिम्पा) हैं. उनके पास 8.56 करोड़ रुपये की संपत्ति है। भोआ (एससी) निर्वाचन क्षेत्र के लाल चंद के पास सबसे कम घोषित कुल संपत्ति 6.19 लाख रुपये है। नौ मंत्रियों पर देनदारियों भी हैं। इनमें सबसे ज्यादा देनदारी मंत्री ब्रह्म शंकर पर है, उन पर 1.08 करोड़ रुपये की देनदारी है।
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार 4 (45%) मंत्रियों की शिक्षा 10-12वीं पास है। जबकि शेष मंत्री स्नातक या उससे अधिक शिक्षित हैं।
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