मिड डे मील के खाते से 100 करोड़ रुपये के फर्जी हस्तांतरण से जुड़े मनी लाउंड्रिंग मामले के आरोपी भानु कंस्ट्रक्शन का संचालक संजय कुमार तिवारी (Sanjay Kumar Tiwari) जो पुलिस और इडी की पकड़ से फरार चल रहा था, ने ईडी कोर्ट में सरेंडर कर दिया है. मालूम हो कि इडी ने बीते शनिवार को ही आरोपी संजय (Sanjay Kumar Tiwari) के घर छापेमारी की थी. इसके बाद संजय (Sanjay Kumar Tiwari) ने ईडी कोर्ट में खुद को सरेंडर कर दिया. इसके बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
31 मार्च को ईडी ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया था
संजय तिवारी के खिलाफ 31 मार्च को ईडी ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया था. वहीं संजय के फरार होने के बाद इडी ने उसके घर और संभावित ठिकानों पर छापेमारी भी की थी. अपनी गिरफ्तारी और मामले के और संगीन होने के डर से आरोपी ने खुद को अदालत के समक्ष सरेंडर कर दिया है. इसके साथ ही मिड डे मील घोटाले के आरोपी संजय तिवारी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. संजय कुमार तिवारी के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट तीन दिन पहले ही जारी किया गया था , जिसके बाद ईडी उसकी तलाश में जुटी हुई थी . लेकिन वह एजेंसी के हाथ नहीं लग रहा था.
रिम्स से फर्जी कोविड रिपोर्ट बनवा ली थी
अदालत को गुमराह करने के लिए भानु कंस्ट्रक्शन के संचालक संजय कुमार तिवारी ने रिम्स से फर्जी कोविड रिपोर्ट बनवा ली थी. रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक की ओर से दर्ज की गई प्राथमिकी में संजय कुमार तिवारी पर रिम्स के नाम से फर्जी कोविड-19 रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आरोप लगाया गया है. दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि संजय कुमार तिवारी ने रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग से कोविड टेस्ट रिपोर्ट बनवाई है, जो फर्जी है.
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