Rishabh Pant Accident: कार एक्सीडेंट के बाद टीम इंडिया क्रिकेटर ऋषभ पंत का उत्तराखंड के देहरादून में इलाज चल रहा है। खबर यह भी आ रही है कि अगर जरूरत पड़ी तो इलाज के लिए उन्हें विदेश भी ले जाया जा सकता है। खुद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने भी कहा कि अगर ऐसी नौबत आयी तो उनके विदेश भेजने की व्यवस्था कर दी जायेगी। लेकिन ऋषभ पंत के एक्सीडेंट और इलाज के बीच एक नयी बहस छिड़ी हुई है।
बहस का मुद्दा है कि आखिर यह एक्सीडेट हुआ कैसे। क्या वाकई ऋषभ पंत को नींद आ गयी थी या फिर सड़क पर किसी गड्ढे के कारण यह हादसा हुआ?
राज्य सरकार यानी धामी कह रहे हैं कि यह हादसा सड़क पर गड्ढे की वजह से हुआ। धामी ने यह बयान ऋषभ पंत से मुलाकात के बाद दिया है। पंत को देखने आये डीडीसीए के अधिकारियों ने भी ऐसा ही बयान दिया था। जबकि NHAI ऐसे बयान को सिरे से खारिज कर रहा है। अगर मुख्यमंत्री से पंत ने कहा होगा कि सड़क पर गड्ढा आ गया था, जिससे बचने की कोशिश में उनकी गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई, तो फिर उन्होंने पहले ये क्यों कहा कि उन्हें नींद आ गयी थी।
बता दे, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को ऋषभ पंत से अस्पताल में मुलाकात की थी। मुलाकात के बाद पुष्कर सिंह धामी ने भी गड्ढा वाली थ्योरी की ही बात कही थी। धामी ने कहा था कि ऋषभ पंत ने बातचीत में बताया है कि सड़क पर कोई गड्ढा जैसी चीज़ आ गई थी, जिससे बचाव के चक्कर में गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई थी।
यह भी सोचने वाली बात है कि ऋषभ पंत ने दो तरह के बयान क्यों दिये। हालांकि एक्सीडेंट के बाद कुछ तस्वीरें भी सामने आई थीं, जिनमें दिख रहा है कि हाइवे पर गड्ढे भरे जा रहे हैं और उन्हें ठीक किया जा रहा है। हालांकि, गड्ढों की इस थ्योरी से अलग भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने नकार दिया है।
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