Corona Death : क्या भारत में सचमुच कोरोना संक्रमण से हुई मौत का आंकड़ा, सरकारी आंकड़ों से कई गुणा है? क्या भारत में 4 लाख नहीं, बल्कि 10 गुणा से ज्यादा 40 लाख से अधिक मौतें कोरोना संक्रमण से हुई हैं? ऐसा दावा अमेरिका संस्थाओं नेशनल इंस्टीट्यूट ऑन ड्रग एब्यूज (NIDA) और नेशनल इंस्टीट्यूट्स ऑफ हेल्थ (NIH) ने किया है।
NIDA और NIH के अध्ययन कहा गया है कि कोरोना महामारी के पहले 14 महीनों के दौरान भारत में कोरोना महामारी से अब तक अब तक 34 से 47 लाख लोगों की जान जा चुकी है। जबकि सरकारी आंकड़ों में अब तक 4 लाख 18 हजार से अधिक लोगों की मौत की बात कही जा रही। लेकिन इन अमेरिकी संस्थाओं की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत में कोरोना से गई जान के आंकड़े जो सरकारी आंकड़ों से उससे 10 गुणा से अधिक हैं। एक और संस्था सेंटर फॉर ग्लोबल डेवलपमेंट के शोधकर्ताओं ने भी जनवरी 2020 से जून 2021 तक 34 लाख से 47 लाख लोगों की मौत का अनुमान जताया है। शोध कह रहा है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान व्यवस्था के चरमरा जाने के कारण घरों पर हुई मौतों का रिकॉर्ड न हो पाना भी बड़ा कारण है।
भारत में 1.19 लाख बच्चे हुए अनाथ
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑन ड्रग एब्यूज और नेशनल इंस्टीट्यूट्स ऑफ हेल्थ का अध्ययन बताया है कि भारत में कोरोना महामारी के कारण 25,500 बच्चों ने अपनी मां को खो दिया। जबकि 90,751 बच्चों ने अपने पिता को खोया। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कोरोना महामारी से पिछले 14 महीनों के दौरान भारत के 1 लाख 19 हजार बच्चों ने जहां अपने मां-बाप को खोया है। वहीं 21 देशों में 15 लाख से अधिक बच्चे कोरोना वायरस की वजह से अनाथ हुए हैं।
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