RBI ने घटाईृ ब्याज दर, होम लोन वालों को बड़ी राहत

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RBI Monetary Policy: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की तीन दिवसीय मौद्रिक नीति कमेटी (एमपीसी) की 5 फरवरी से शुरू हुई बैठक 7 फरवरी को समाप्त हो गयी. बैठक के बाद आरबीआई के नये गवर्नर संजय मल्‍होत्रा ने 56 महीनों (यानी मई 2020) के बाद ब्याज दर में 0.25 फीसदी कटौती की है. जिसके बाद रेपो रेट 6.50 फीसदी से घट कर 6.25 फीसदी हो गयी है. रेपो रेट में कटौती होने से देश के करोड़ों होम और कार लोन लेने वालों को बड़ी राहत मिलेगी.  देश के करोड़ों लोगों को सात द‍िन के अंदर दूसरी सौगात म‍िली है. सरकार ने पहले 1 फरवरी को 12 लाख तक की आमदनी को टैक्‍स फ्री क‍िया था. अब आरबीआई ने रेपो रेट को कम करने का फैसला करके दूसरा तोहफा द‍िया है. रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की तरफ से शुक्रवार को ब्याज दर में 25 बेस‍िस प्‍वाइंट कटौती की घोषणा की गई. इसके साथ ही रेपो रेट घटकर 6.25% पर आ गया.

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आरबीआई के नए गवर्नर संजय मल्होत्रा ने अपने कार्यकाल की पहली एमपीसी मीट‍िंग में ब्‍याज दर कटौती का फैसला किया है. पांच साल में यह पहला मौका है जब र‍िजर्व बैंक की तरफ से रेपो रेट में कटौती की गई है. 5 फरवरी को शुरू हुई तीन द‍िवसीय द्विमासिक समीक्षा के बाद केंद्रीय बैंक ने शुक्रवार को करोड़ों लोगों को राहत देते हुए रेपो रेट में कमी करने का फैसला क‍िया. रेपो रेट में कटौती होने के बाद उम्‍मीद है क‍ि बैंक होम लोन समेत अलग-अलग तरह के लोन पर ब्‍याज दर में कटौती करेंगे.

ईएमआई में कमी का  म‍िलेगा फायदा !

रेपो रेट में कटौती का असर यह होगा क‍ि बैंक ग्राहकों को ब्‍याज दर और ईएमआई में कमी का सीधा फायदा म‍िलेगा. संजय मल्होत्रा ने दिसंबर में र‍िजर्व बैंक के गवर्नर का पद संभाला था. उनसे पूर्व गवर्नर शक्तिकांत दास के मुकाबले नरम रुख अपनाने की संभावना जताई जा रही है. शक्तिकांत दास ने प‍िछले दो साल तक ब्याज दर में क‍िसी तरह का बदलाव नहीं किया था. ब्लूमबर्ग के सर्वे में भी अध‍िकतर इकोनॉम‍िस्‍ट ने रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की उम्‍मीद जताई थी. हालांक‍ि कुछ जानकार 50 बेसिस प्वाइंट तक की कटौती की भी उम्‍मीद कर रहे थे.

क्‍या होता है रेपो रेट?

जिस रेट पर आरबीआई की तरफ से बैंकों को लोन द‍िया जाता है, उसे रेपो रेट कहते हैं. रेपो रेट बढ़ने का मतलब है क‍ि बैंकों को आरबीआई से महंगे रेट पर लोन मिलेगा. इससे होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन आद‍ि की ब्‍याज दर बढ़ जाएगी, ज‍िसका आपकी ईएमआई पर सीधा असर पड़ेगा.

 न्यूज़ डेस्क/ समाचार प्लस, झारखंड- बिहार 

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