लोन की EMI का बढ़ेगा बोझ
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) महंगाई को काबू में लाने के लिए रेपो रेट बढ़ा दिया है। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने इसकी घोषणा की। रेपो रेट बढ़ने का असर लोन की ईएमआई पर भी दिखेगा। यानी आम आदमी पर EMI का बोझ पहले के मुकाबले ज्यादा पड़ेगा।
RBI की मौद्रिक नीति समिति ने रेपो दर को आधा प्रतिशत बढ़ाकर 4.40 से 4.90 प्रतिशत करने कर दिया है। इसके साथ ही स्थायी जमा सुविधा (SDF) दर को 4.15% से बढ़ाकर 4.65% और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी रेट और बैंक रेट को 4.65% से बढ़ाकर 5.15% पर एडजस्ट किया गया। RBI के फैसले का असर शेयर बाजार पर भी दिखा। शेयर मार्केटकी शुरुआत गिरावट के साथ हुई थी, लेकिन RBI गवर्नर की प्रेस कॉन्फ्रेंस में रेपो दर में वृद्धि की घोषणा के बाद काफी तेज उतार-चढ़ाव देखने को मिला।
क्या है रेपो रेट?
रेपो वह दर है जिस पर भारतीय रिजर्व बैंक जरूरत पड़ने पर वाणिज्यिक बैंकों को धन उधार देता है। यह एक उपाय है जिसका उपयोग केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए करता है।
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