न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
राष्ट्रीय चुनाव आयोग ने राज्यसभा की 57 सीटों के चुनाव का ऐलान कर दिया है। राज्यसभा के लिए मतदान 10 जून को होगा। जून-जुलाई-अगस्त में ये सीटें खाली हो रही हैं। इन तमाम सीटों के लिए 10 जून को मतदान होगा। बीते अप्रैल महीने में भी 19 सीटे खाली हुई थीं। इनमें से 13 सीटों पर मतदान हुआ था। इन तमाम सीटों को जोड़ लिया जाये तो राज्यसभा की जो 76 सीटें पांच महीने में खाली होकर भर जायेंगी। इन 76 सीटों में फिलहाल सबसे ज्यादा 27 सीटों पर भाजपा का कब्जा। लेकिन 10 जून के मतदान के बाद स्थिति बदल जायेगी और इन पांच महीनों में खाली होने वाली 76 सीटों में से भाजपा को कुछ सीटों का नुकसान होना तय माना जा रहा है।
इस साल कितनी राज्यसभा सीटें खाली हो रही हैं?
जून से अगस्त तक 15 राज्यों की कुल 57 राज्यसभा सीटें खाली हो रही हैं। इन्हीं 57 सीटों को लिए 10 जून को चुनाव होगा। जून में 20 सीटें खाली हो रही हैं। इनमें तमिलनाडु की छह, आंध्र प्रदेश की चार, मध्य प्रदेश और कर्नाटक की तीन, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की दो-दो सीटें शामिल हैं। जुलाई में 34 सीटें खाली हो रही हैं। इनमें उत्तर प्रदेश की 11, महाराष्ट्र की 6, राजस्थान की 4, बिहार की 5, ओडिशा की 3, झारखंड और पंजाब की 2-2, और उत्तराखंड की 1 सीटें शामिल हैं। अगस्त में खाली हो रही 2 सीटें हरियाणा की हैं।
अप्रैल में भाजपा को सीटों का हो चुका है फायदा, आप की बल्ले-बल्ले
अप्रैल महीने में कुल 19 सीटें खाली हुई थी। इन सीटों में से 6 मनोनीत थीं। यानी 13 सीटों पर चुनाव हुए। इस चुनाव में सबसे ज्यादा फायदे में आम आदमी पार्टी रही। पंजाब की सभी पांच राज्यसभा सीटें उसी के खाते में गई हैं। इन 13 सीटों में से भाजपा के पास केवल 1 सीट थी, लेकिन असम, त्रिपुरा और हिमाचल प्रदेश के कारण भाजपा को 3 सीटों का फायदा हुआ। केरल में लेफ्ट की सीटें बढ़ीं वहीं, सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस को हुआ है। चुनाव से पहले इन 13 में से छह सीटें उसके पास थीं। लेकिन उसे सिर्फ एक ही सीट मिल पायी।
जून में खाली हो रही सीटों में भाजपा को नुकसान
जून में खाली हो रही 20 सीटों पर भाजपा को नुकसान होना तय है। डीएमके गठबंधन जहां एक सीट बढ़ा सकता है तो एआईएडीएमके गठबंधन को एक सीट का नुकसान हो सकता है। आंध्र प्रदेश की चारों सीटें सत्ताधारी वाईएसआर कांग्रेस को मिलने वाली हैं। जिससे यहां भाजपा को तीन सीटों का नुकसान होगा। मध्य प्रदेश और कर्नाटक में भाजपा की स्थिति वही बनी रहेगी। लेकिन छत्तसीगढ़ में भाजपा को नुकसान होगा, कांग्रेस को फायदा होगा। तेलंगाना में टीआरएस दोनों सीटों जीत सकती है। कुल मिलाकर जून में होने वाले चुनाव में सबसे भाजपा के चार सांसद कम हो सकते हैं। कांग्रेस को छत्तीसगढ़ में एक सीट का फायदा हो सकता है।
जुलाई में उत्तर प्रदेश दिलायेगा फायदा, कुल मिलाकर नुकसान
जुलाई में राज्यसभा की 34 राज्यसभा सीटें खाली हो रही हैं। इनमें सबसे ज्यादा 11 उत्तर प्रदेश से हैं। यहां भाजपा की तीन सीटें बढ़ सकती हैं, तो बसपा और कांग्रेस को अपनी सीटें गंवानीं पड़ेंगी। सपा की स्थिति ठीक-ठाक रहेगी। भाजपा को महाराष्ट्र में एक सीट का नुकसान उठाना पड़ेगा, वहीं शिवसेना गठबंधन एक सीट का फायदा ले सकता है। बिहार में भी भाजपा गठबंध को एक सीट का नुकसान होगा। यहां राजद गठबंधन को एक सीट का फायदा हो सकता है। राजस्थान में भाजपा को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। यहां खाली हो रही चारों सीटें भाजपा के पास हैं। लेकिन भाजपा को यहां दो-तीन सीट का नुकसान हो सकता है। जाहिर है राजस्थान में कांग्रेस को फायदा मिलेगा। पंजाब में आप एक बार फिर फायदे में रहेगी। और कांग्रेस और अकाली दल को नुकसन होगा। झारखंड में भाजपा को एक सीट का नुकसान होगा। एक सीट झामुमो के खाते में जाना तय है। उत्तराखंड और ओडिशा में मौजूदा स्थिति बनी रहेगी। कुल मिलाकर जुलाई में होने वाले राज्यसभा चुनाव में भाजपा की तीन सीटें कम हो सकती हैं।
अगस्त में खाली हो रही सीटों में अपनी सीट बरकरार रखेगी भाजपा
अगस्त में हरियाणा में जिन दो सीटों पर चुनाव हैं उनमें से एक सीट कांग्रेस के खाते में जा सकती है। वहीं, दूसरी भाजपा के पास बरकरार रह सकती है।
यानी जब कुल 76 सीटों के चुनाव सम्पन्न हो जायेंगे तब 7 मनोनीत सांसदों की मनोनयन हो जायेगा तब भाजपा की वर्तमान सीटों में 1 या दो सीटें कम हो जायेंगी या अभी जो संख्या है वही बरकरार रहेगी। क्योंकि 7 मनोनीत सदस्यों का भी मनोनय होना है। मनोनीत होने वाले सदस्यों पर ये निर्भर करेगा है कि वे भाजपा की सदस्यता लेते हैं या मनोनयन के बाद तटस्थ रहते हैं। ऐसे सांसदों का मनोनयन राष्ट्रपति करते हैं और आम तौर पर सत्ता पक्ष को मनोनीत सांसदों का समर्थन हासिल होता है।
राज्यसभा में प्रमुख दलों की स्थिति
राज्यसभा में कुल सीटें 245 हैं। लेकिन इस समय 16 सीटें खाली हैं। इनमें 7 राज्यसभा सदस्यों का मनोनयन होना है। भाजपा इस समय राज्य में सबसे बड़ी पार्टी है। वर्तमान में भाजपा के कुल 95 राज्यसभा सदस्य हैं। देखना यह दिलचस्प होगा कि भाजपा इन तमाम सीटों का चुनाव सम्पन्न हो जाने के बाद फिर से सीटों का शतक बना पाती है कि नहीं।
- पार्टी सीटें (कुल सीटें – 245)
- भाजपा 95
- कांग्रेस 29
- टीएमसी 13
- डीएमके 10
- आप 08
- बीजेडी 08
- वाईएसआरसीपी 06
- टीआरएस 06
- एसपी 05
- आरजेडी 05
- एआएडीएमके 05
- सीपीआई-एम 05
- जदयू 04
- एनसीपी 04
यह भी पढ़ें: