Rajashthan Fire: राजस्थान के अलवर स्थित सरिस्का के जंगलों में दो दिन पहले लगी आग पर काबू नहीं पाया जा सका है। आग को बुझाने के लिए आज प्रशासन ने हेलीकॉप्टर बुलाया। इसके जरिए आग प्रभावित इलाके पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है। प्रशासन द्वारा आग पर काबू पाने के लिए सेना के दो हेलीकॉप्टर केंद्रीय विद्यालय के हेलीपैड पर उतारे गए। दोनों हेलीकॉप्टर सिलीसेढ़ झील से पानी भरकर कर आग पर काबू पाने में जुटे थे।
अलवर के एनीकेट में है बाघिन एसटी17 का मूवमेंट
अलवर के अकबरपुर रेंज में जहां आग लगी है वहां बाघों की नर्सरी है। यही सबसे बड़ा खतरा है। यहां के नारेंडी एनीकेट पर 26 मार्च को बाघिन एसटी-17 का लगातार मूवमेंट था। पगमार्क मिले और डायरेक्ट साइटिंग भी हुई थी। उसके साथ दो शावक भी हैं। रोटक्याला वन खंड में बाघ एसटी-20 और एसटी-14 घूम रहे हैं। वहीं आग व धुएं से उड़ी मधुमक्खियां भी आग बुझाने में बाधा बन गई हैं। मधुमक्खियां वनकर्मी और ग्रामीणों पर हमला कर रही हैं। कई वनकर्मी भी घायल हो गए हैं।
प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर मौजूद
आग की सूचना पर स्थानीय प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जांच में लगे हुए है। गौरतलब है कि आग रविवार रात से ही लगी हुई है। इसके बाद ही वन विभाग व ग्रामीण अपने तरीके से आग बुझाने में लगे रहे। लेकिन 48 घण्टे बाद भी आग पर काबू नहीं पाया गया। प्रशासन के लिए आग बुझाना सबसे बड़ी चुनौती है।
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