राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 17 बच्चों को उनकी असाधारण उपलब्धियों के लिए सात श्रेणियों में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार प्रदान किये। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी और कहा कि पूरे देश और समाज को उन पर गर्व है। उन्होंने कहा कि आप सब बच्चों ने असाधारण काम किये हैं, अद्भुत उपलब्धियां हासिल की हैं। आपके पास असीमित क्षमताएं हैं और अतुलनीय गुण हैं। उन्होंने कहा कि आपने देश के बच्चों के लिए एक मिसाल कायम की है।
राष्ट्रपति ने कहा कि बच्चों को अवसर प्रदान करना और उनकी प्रतिभा को पहचानना हमारी परंपरा का हिस्सा रहा है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि इस परंपरा को और मजबूत किये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2047 में जब हम भारत की स्वतंत्रता की शताब्दी मनाएंगे, तब ये पुरस्कार विजेता देश के प्रबुद्ध नागरिक होंगे। ऐसे प्रतिभाशाली लड़के-लड़कियां विकसित भारत के निर्माता बनेंगे।
सात श्रेणियों में दिये गये पुरस्कार
बच्चों को सात श्रेणियों में पुरस्कार दिये गये। कला और संस्कृति, बहादुरी, नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सामाजिक सेवा, खेल और पर्यावरण शामिल है। 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सात लड़के और दस लड़कियां शामिल थे। पुरस्कार प्राप्त करने वालों में 14 वर्षीय लेखिका और विकलांगता अधिवक्ता केया हटकर शामिल थीं, जिन्हें कला और संस्कृति में उत्कृष्टता के लिए सम्मानित किया गया। बहादुरी और नवाचार बहादुरी श्रेणी में, नौ वर्षीय सौरव कुमार को तीन लड़कियों को डूबने से बचाने के लिए पहचाना गया। सत्रह वर्षीय इओना थापा को आग से 36 निवासियों को बचाने के लिए सम्मानित किया गया। नवाचार में, 15 वर्षीय सिंधुरा राजा को पार्किंसन रोगियों के लिए स्व-स्थिर करने वाले उपकरण बनाने के लिए पुरस्कृत किया गया। साइबर सुरक्षा उद्यमी ऋषिक कुमार, 17 वर्षीय, कश्मीर की पहली साइबर सुरक्षा कंपनी लॉन्च करने के लिए सम्मानित हुए।
आकर्षण का केन्द्र रहे तीन वर्षीय अनीश सरकार
खेल कैटेगरी से चर्चित नाम 3 साल के अनीश सरकार का है। जो फिडे (वर्ल्ड चेस फेडरेशन) रैंकिंग हासिल करने वाले दुनिया के सबसे कम उम्र के शतरंज प्लेयर हैं।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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