न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने सोमवार को अपना नामांकन दाखिल कर दिया। यशवंत सिन्हा के नामांकन में वैसा जमावड़ा नहीं दिखा जैसा कि एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के नामांकन में दिखा था। एक तरह से कहा जाये तो द्रौपदी मुर्मू ने नामांकन में सत्ता पक्ष ने अपना शक्ति प्रदर्शन किया था।इस दौरान द्रौपदी मुर्मू नामांकन में भाजपा के तमाम नेताओं के साथ एनडीए और विपक्षी दलों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। यशवंत सिन्हा के नामांकन में कांग्रेस से राहुल गांधी और एनसीपी से शरद पवार समेत कई नेता थे।
यशवंत सिन्हा के नामांकन में विपक्षी खेमे से राहुल गांधी, शरद पवार, अखिलेश यादव, फारुख अब्दुला, सीताराम येचुरी समेत कई नेता पहुंचे थे। यशवंत सिन्हा ने चार सेटों में अपना नामांकन पत्र राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी को सौंपा। पीसी मोदी राष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी हैं। यशवंत सिन्हा के नामांकन से झामुमो ने दूरी बनायी। द्रौपदी मुर्मू के रूप में आदिवासी उम्मीदवार के लेकर झामुमो असमंजस की स्थिति में है। वह अभी अनिर्णय की स्थिति में है कि एनडीए के आदिवासी उम्मीदवार को समर्थन दिया जाये का महागठबंधन का धर्म निभाते हुए विपक्ष उम्मीद को समर्थन किया जाये।
समर्थन के लिए यशवंत सिन्हा ने मोदी और राजनाथ से मांगा समर्थन
बीजेपी के पूर्व नेता यशंवत सिन्हा ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कार्यालयों को फोन कर चुनाव के लिए समर्थन मांगा। उन्होंने विपक्षी दलों के सभी नेताओं को एक पत्र भी लिखा है। राष्ट्रपति के चुनाव के लिए 18 जुलाई को मतदान होगा। मतगणना 21 जुलाई को होगी। वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है।
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