कौन होगा JDU का राष्ट्रीय अध्यक्ष ? ये सवाल बिहार की राजनीति में लगातार उठ रहा है। जेडीयू की 31 जुलाई को दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होनी है। माना जा रहा है इस बैठक नए अध्यक्ष के नाम पर मुहर भी लग सकती है। एक व्यक्ति, एक पद के नियम के कारण जनता दल यूनाइटेड में बदलाव का माहौल नजर आ रहा है। नीतीश कुमार पदों को लेकर कुछ अहम् फैसले ले सकते हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचंद्र प्रसाद सिंह के केंद्र में मंत्री बनने के बाद इसकी चर्चा जोरों पर है। माना जा रहा है कि पार्टी के ‘एक व्यक्ति एक पद’ की नीति के मद्देनज़र आरसीपी सिंह अध्यक्ष का पद छोड़ेंगे जिसके बाद नए अध्यक्ष की नियुक्ति की जाएगी।
राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि मुंगेर से सांसद ललन सिंह और संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा में से कोई एक अध्यक्ष बन सकते हैं। परन्तु मुख्यमंत्री के द्वारा दिए संकेतों पर गौर करें तो राजीव रंजन सिंह के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के आसार अधिक हैं और ऐसी अटकलें हैं कि उपेंद्र कुशवाहा को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी जा सकती है।
दौड़ में सबसे आगे नजर आ रहे हैं ललन सिंह
नीतीश कुमार की बातों से जो संकेत मिल रहे हैं उसके यही अर्थ निकले जा रहे हैं कि राजनीतिक, सामाजिक, जातिगत समीकरण को सुव्यवस्थित करने के लिए पार्टी के सर्वोच्च पद पर अपने सबसे अधिक विश्वसनीय नेता को ही वह बैठने के पक्षधर हैं. इस लिहाज से ललन सिंह इस दौड़ में सबसे आगे नजर आ रहे हैं ।
इन्हें मिल सकती है जिम्मेदारी
पिछले दिनों हुए मंत्रिमंडल विस्तार में RCP सिंह के मंत्री बन जाने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर संशय की स्थिति उत्पन्न हो गयी थी। इस स्थिति से उबरने के लिए और सामाजिक संतुलन को मजबूती देने के लिए ललन सिंह विकल्प के तौर पर उभरे हैं, जिनके पास प्रदेश अध्यक्ष होने का भी अनुभव है और नी तीश कुमार के भरोसेमंदों में से एक हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष RCP सिंह के पटना वापस आने के बाद संगठन की बैठक कर राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा कर दी जाएगी।
यह भी पढ़ें : कश्मीर की महिला से की शादी तो भी मिलेगी नागरिकता, नए नियम की अधिसूचना जारी