Power Crisis in Jharkhand: इस समय रांची समेत पूरे झारखंड (Jharkhand) राज्य में बिजली की किल्लत है। राज्य में मांग के अनुरूप बिजली की आपूर्ति नहीं मिलने का असर दिख रहा है। दिन में भी बिजली का लोड शेडिंग हो रहा है, वहीं पीक आवर में ज्यादा ही परेशानी हो रही है। सोमवार को भी 400 मेगावॉट से ज्यादा की कमी महसूस की गई।
“झारखंड में बिजली संकट पर सरकार जवाब दे”
गंभीर बिजली संकट को लेकर पूर्व मंत्री सरयू राय (Saryu Rai ) ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्विटर के जरिये सरकार पर सवाल खड़े किए। सरयू ने लिखा- झारखंड में बिजली संकट पर सरकार जवाब दे। एक सप्ताह पहले मैंने यह मामला उठाया था। तब सरकार ने मुझे बताया था कि गर्मी के तीन महीने के लिये अतिरिक्त 300 मेगावाट बिजली प्रतिदिन खरीदने के लिये विभाग को पैसा दे दिया गया है। फिर क्यों बिजली कटी रहती है। क्या हुआ बिजली खरीद का? जनता हमसे सवाल पूछ रही है।
झारखंड में बिजली संकट पर सरकार सरकार जवाब दे.एक सप्ताह पहले मैने मामला उठाया था.सरकार ने मुझे बताया था कि गर्मी के तीन महीना के लिये अतिरिक्त 300 मेगावाट बिजली प्रतिदिन ख़रीदने के लिये पैसा दे दिया गया है.फिर क्यों बिजली कटी रहती है.क्या हुआ ख़रीद का ? जनता हमसे सवाल पूछ रही है.
— Saryu Roy (@roysaryu) April 26, 2022
270 से 280 मेगावॉट की डिमांड रांची में, सप्लाई 220 से 230 मेगावॉट
इन दिनों राजधानी में डिमांड 270 से 280 मेगावॉट बिजली की है, लेकिन सप्लाई 220 से 230 मेगावॉट की हो रही है। राज्य में बिजली 2600 मेगावॉट चाहिए, पर सप्लाई 2100 से 2200 मेगावॉट हो रही है।
आधुनिक पावर यूनिट में उत्पादन हुआ प्रभावित
राज्य में दिन को भी बिजली की लोड शेडिंग हो रही है, वहीं पीक आवर में परेशानी कुछ ज्यादा ही है. फिलहाल गर्मी के चलते राज्य की डिमांड 2500 मेगावाट से अधिक है. इसके लिए पूरा दारोमदार टीवीएनएल की दो यूनिटों पर है, जिससे अभी लगभग 350 मेगावाट का उत्पादन हो रहा है. 23 अप्रैल को आधुनिक पावर यूनिट में उत्पादन प्रभावित होने की वजह से यह संकट बढ़ गया है.
400 मेगावाट से अधिक की कटौती का दिख रहा असर, पीक आवर में ज्यादा परेशानी
राज्य में मांग के अनुरूप बिजली की आपूर्ति नहीं मिलने का असर दिख रहा है। दिन को भी बिजली की लोड शेडिंग हो रही है, वहीं पीक आवर में ज्यादा ही परेशानी हो रही है। सोमवार को भी 400 मेगावाट से अधिक की कमी महसूस की गई। इसकी एक बड़ी वजह इंडियन इनर्जी एक्सचेंज से बिजली नहीं मिलना भी बताया जाता है। अधिकारियों के मुताबिक स्थिति में जल्द सुधार की संभावना है।