Power Crisis in jharkhand रांची: झारखंड में बिजली संकट (Power Crisis in jharkhand) गहराता ही जा रहा है। पीक आवर में लोड शेडिंग से लोगों का बुरा हाल है। राजधानी रांची समेत कई शहरों में इसका असर दिखने लगा है। यहाँ औसतन 8 घंटे तक बिजली की कटौती की जा रही है जिससे बिजली के लिए त्राहिमाम की स्थिति है। स्थिति इतनी गंभीर है कि 44 सब स्टेशनों से क्रमवार लोड शेडिंग की जा रही है। बिजली की कटौती (Power Crisis in jharkhand) से जनता का हाल बेहाल है और जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है।
राजधानी को हो रही 54 यूनिट की कमी
पीक आवर में रांची को 54 यूनिट मेगावाट बिजली कम मिल रही है। परंतु अब सेन्ट्रल पूल से कम बिजली मिलने के कारण रांची में लोड शेडिंग की जा रही है। वहीँ टीवीएनएल में लीकेज की खराबी और एनटीपीसी चतरा में आई तकनीकी गड़बड़ी से भी राज्य में बिजली आपूर्ति पर प्रभाव पड़ रहा है। इस कारण भी लोड शेडिंग की जा रही है। इन्हें दुरुस्त करने का काम किया जा रहा है, जिसके बाद बिजली की स्थिति में सुधार संभव है।
व्यापार पर पड़ रहा प्रभाव
पावर कट के कारण लोगों के साथ- साथ व्यवसायी वर्ग को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों की पढ़ाई पर भी बिजली की कटौती का असर पड़ने लगा है।बिजली कटौती के कारण कई कारोबारी अब जेनरेटर पर निर्भर रहने लगे हैं। इसमें उनके व्यापार में लगने वाले लागत में बढ़ोतरी आ रही है।इससे अतिरिक्त डीजल का खर्च बढ़ रहा है। बिजली कटौती के कारण रांची के छोटे उद्योग ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं।
गांव में भी कटौती ज्यादा
राज्य में शहरों की स्थिति से ज्यादा खराब है गांवों की स्थिति। गांव में 8 से 9 घंटे बिजली की कटौती हो रही है।उधर, डीवीसी कमांड एरिया में भी बिजली की कटौती कर दी गई है।
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