न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
वैसे तो भारतीय लोकतंत्र में 50% से अधिक मत लाने वाला विजयी कहलाता है। लेकिन भारतीय राजनीति ऐसा नहीं मानती। यहां तो 30 प्रतिशत मत लाकर भी कोई जीत जाता है। मैदान में उतरे बाकी लोग मिलकर 70 प्रतिशत वोट आपस में बांट लें और दूसरा कोई 30 प्रतिशत तक न पहुंच सके तो ऐसा सम्भव है। सर्वे में भी ऐसा देखने को मिलता है। देश में जब-तब कोई न कोई सर्वे चलता रहता है। इन सर्वे में कई बार 50 प्रतिशत से कम मत लाने वाले को मान लिया जाता है कि वह सर्वमान्य है। ‘देश में प्रधानमंत्री की पसंद कौन है’ इस पर हुआ एक सर्वे बताता है कि नरेन्द्र मोदी अब भी देश की जनता की पसंद बने हुए हैं। इस सर्वे के अनुसार 48 प्रतिशत से अधिक लोगों चाहते हैं कि मोदी फिर पीएम बनें। रही बात कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तो उनके पक्ष में 18 प्रतिशत लोग हैं। एनडीए सरकार के नौ साल पूरे होने पर सी-वोटर ने यह सर्वे जारी किया है।
सर्वे में कहा गया है कि 48.68 प्रतिशत लोगों ने मोदी को प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार के रूप में पहली पसंद बताया है, इसके बाद 18.12 प्रतिशत लोगों ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का समर्थन किया। 5.43 प्रतिशत लोग ही चाहते हैं कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देश के पीएम बनें। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पक्ष में 4.96 प्रतिशत और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को 2.33 प्रतिशत लोग ही हैं। यह सर्वे बताता है कि पीएम बनने का सपना देखने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जैसे लोगों के लिए यह सर्वे बड़ा झटका है। इस सर्वे ने नीतीश कुमार पर भी अपनी राय व्यक्त कर दी है। नीतीश केवल 1.09 प्रतिशत लोगों की पसंद हैं कि वह पीएम बनें।
पीएम मोदी की लोकप्रियता में क्या गिरावट आयी है?
हालांकि सर्वे में एक बात जो सामने आयी है वह यह कि पिछले पांच वर्षों में नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता में गिरावट आई है। 2019 के सर्वे में 60.76 प्रतिशत लोगों ने नरेंद्र मोदी को पीएम पद के लिए पहली पसंद माना था। जो कि साल 2020 में बढ़कर 62.21 प्रतिशत हो गया था। 2022 में 50.77 प्रतिशत लोगों ने उन्हें पीएम पद के लिए समर्थन दिया। 2 प्रतिशत ही सही राहुल गांधी की लोकप्रियता 16 प्रतिशत से बढ़कर 18 प्रतिशत हुई है।
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