पीओके में सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारी
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
एक तो पाकिस्तान को आर्थिक हालात अच्छे नहीं हैं, दूसरी तरफ पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर यानी पीओके और गिलगित-बाल्टिस्तान ने पाकिस्तान सरकार के खिलाफ बगावत छेड़ दी है। वहां विरोध प्रदर्शन काफी उग्र रूप धारण कर चुका है। वजह गिलगित-बाल्टिस्तान पाकिस्तान में नहीं रहना चाहते। उन्होंने भारत में मिलाने को लेकर बगावत छेड़ दी है। इस उग्र प्रदर्शन से पाकिस्तान की शाहबाज शरीफ सरकार के होश उड़ गए हैं। पूरा पाकिस्तान वैसे तो आर्थिक हालात की मार झेल ही रहा है, गिलगित-बाल्टिस्तान के निवासी पाकिस्तान सरकार की भेदभावपूर्ण नीतियों से काफी नाराज हैं। वैसे भी यहां को लोग कई दशकों से पाकिस्तानी सरकार और सेना के शोषण के शिकार हैं।
लद्दाख में मिलाने की मांग
बाल्टिस्तान के वाशिंदे अब पाकिस्तान के साथ नहीं रहना चाहते। उनकी मांग है कि उनके इलाके को लद्दाख में भारत के साथ फिर से मिला लिया जाये। यहां जो प्रदर्शन चल रहा है उसके वीडियो इन दिनों इंटरनेट पर वायरल हैं, जिनमें साफ देखा जा सकता है कि हजारों लोग सड़कों पर उतर कर भारत में मिलने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इन वीडियो में गिलगित-बाल्टिस्तान में विशाल रैली भी दिखाई दे रही है। कारगिल सड़क को फिर से खोलने और भारत के केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के कारगिल जिले में पुनर्मिलन की मांग जाहिर की गई है।
‘आर-पार जोड़ दो, कारगिल को खोल दो।‘
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में लोग नारे भी लगा रहे हैं, “आर-पार जोड़ दो, कारगिल को खोल दो।” जानकारी के अनुसार यह प्रदर्शन पिछले 12 दिनों से चल रहा है। स्थानीय लोग गेहूं और अन्य खाद्य पदार्थों पर सब्सिडी की बहाली, लोड-शेडिंग, अवैध भूमि पर कब्जा और क्षेत्र के प्राकृतिक संसाधनों के शोषण जैसे विभिन्न मुद्दों को उठा रहे हैं। पाकिस्तानी सेना गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र की भूमि और संसाधनों पर जबरदस्ती का दावा करती रही है। प्रदर्शन कर रहे लोग पाकिस्तान सेना और सरकार का भी विरोध कर रहे हैं।
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