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Pakistan: पीएम शरीफ की सिफारिश और आधी रात भंग हो गयी नेशनल असेंबली, इमरान के बिना चुनाव की तैयारी!

Pakistan: PM Sharif's recommendation and the National Assembly dissolved at midnight

राजनीतिक घटनाक्रम के बीच पाकिस्तान की नेशनल असेंबली को बुधवार आधी रात भंग कर दिया गया। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की शिफारिस पर राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने ऐसा किया है। इसका मतलब हुआ कि अब पाकिस्तान में चुनाव तो होंगे, लेकिन इसमें अब तीन महीने का समय लग सकता है। पाकिस्तान की वर्तमान राजनीतिक शरीफ सरकार की कूटनीति का हिस्सा प्रतीत होती है। इसकी सम्भावना तो उसी समय से व्यक्त की जा रही थी जब इमरान खान को पाकिस्तान सरकार ने जेल में डलवा दिया था, पूर्व पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के बिना चुनाव की गुपचुप तैयारी कर ली थी।

पाकिस्तान में नेशनल असेंबली निचला सदन है। ‘नेशनल असेंबली’ को उसके पांच साल के संवैधानिक कार्यकाल की समाप्ति से तीन दिन पहले भंग कर दिया गया है। निचले सदन को भंग करने की जारी अधिसूचना में कहा गया कि संविधान के अनुच्छेद 58 के तहत इसे भंग किया गया है। शहबाज शरीफ ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर नेशनल असेंबली भंग करने की सिफारिश की थी।

किस कारण शहबाज शरीफ ने भंग करवाई नेशनल असेंबली

नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) को राष्ट्रपति अल्वी से ही भय था। दरअसल, पार्टी को भय था कि जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान की पार्टी के पूर्व नेता अल्वी निचले सदन को भंग करने में आनाकानी करेंगे और तुरंत अधिसूचना जारी करने से इनकार कर सकते हैं। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। प्रधानमंत्री शहबाज ने बुधवार देर रात राष्ट्रपति अल्वी को नेशनल असेंबली भंग करने के लिए एक पत्र भेजा, जिससे कार्यवाहक प्रधानमंत्री की नियुक्ति की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू हो सके। संसद के पांच साल का कार्यकाल 12 अगस्त को समाप्त हो रहा था। इससे ठीक तीन दिन पहले ही संसद को भंग करने की सिफारिश कर दी गई। यानी अब 90 दिनों में चुनाव कराया जा सकता है। और जब तक चुनाव नहीं होंगे, शहबाज शरीफ पाकिस्तान के कार्यवाह प्रधानमंत्री रह सकते हैं।

बता दें, जुलाई 2018 में आम चुनाव जीतकर क्रिकेट से राजनीतिक में आये इमरान खान प्रधानमंत्री बने थे। मगर पिछले साल अविश्वास मत के बाद प्रधानमंत्री पद से हटा दिया गया था। उसके बाद से ही इमरान खान राजनीतिक उथल-पुथल के केंद्र में हैं। उन्हें भ्रष्टाचार के एक मामले में दोषी ठहराया गया और जेल में डाल दिया गया है।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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