न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के कारण इमरान खान की सारी पैतरेबाजियां अब खत्म हो चुकी है। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में आज इमरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होने वाली है। इसके बाद इमरान सरकार का जाना तय है। पाकिस्तानी नेशनल असेम्बली की कुल ताकत 342 सीटों की है, विश्वास मत हासिल करने के लिए 172 वोटों का रहना जरूरी है। इमरान सरकार ने 2019 में 179 वोटों के साथ सरकार बनायी थी। लेकिन इस समय उसकी स्थिति डांवाडोल है। इमरान के समर्थन में इस समय 142 सदस्य ही है, जबकि विपक्ष 199 वोटों के साथ असेम्बली में ताल ठोंक रहा है। जाहिर है, विपक्ष के 199 सांसदों में कई सत्ता पक्ष के भी सांसद है, जो इस समय अपनी ही सरकार के विरोध में खड़े हैं।
ये आंकड़े बता रहे हैं कि इमरान सरकार का बचना नामुमकिन है। लेकिन अगला सवाल यह उठ रहा है कि अब इमरान खान और उनके समर्थकों का क्या होगा? होगा वही, जो पिछली सरकारों के प्रधानमंत्रियों और उनके समर्थकों का होता रहा है। आपको ज्ञात ही होगा कि 2019 में जब इमरान खान सत्ता में आये थे तब पूर्व पीएम नवाज शरीफ के साथ क्या हुआ था। नवाज शरीफ के साथ शाहबाज शरीफ को भी जेल जाना पड़ा था। आपको अब समझ आ गया होगा कि इमरान खान के साथ क्या होने वाला है? सत्ता से हटने के बाद इमरान सरकार के भी भ्रष्टाचार की परतें नयी सरकार उधेड़ने वाली है।
इमरान पर कौन-कौन से भ्रष्टाचार के आरोप
- इमरान खान की तीसरी पत्नी और इमरान खान की करीबी फराह खान पर भ्रष्टाचार के कई आरोप हैं। फराह खान का जिस भी भ्रष्टाचार में नाम आयेगा, उसका सीधा संबंध इमरान खान के साथ होगा।
- इमरान खान के सत्ता में आने के बाद फराह खान की सम्पत्ति 4 गुना बढ़ी है।
- विपक्ष का आरोप है कि फराह खान ने सरकारी नियुक्तियों और ट्रांस्फर-पोस्टिंग में खूब पैसे बनाये हैं।
- इमरान ने फराह खान के पति उस्मान बुजदार को पंजाब का मुख्यमंत्री नियुक्त किया था।
इसलिए इमरान खान के पद छोड़ने के बाद उनके साथ, बुशरा और फराह पर भी मुकदमे चलने वाले है। हालांकि इस समय फराह खान अपने पति के साथ मुल्क छोड़कर दुबई चली गयी है।
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