आरक्षण के कोटे में कोटे का विरोध, सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर भारत बंद

पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट द्वारा SC-ST आरक्षण को कोटे में कोटा बनाकरआरक्षण देने की जो व्यवस्था दी थी, उसका कई संगठन विरोध कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के इसी फैसले को लेकर कई अनुसूचित जाति जनजाति प्रकोष्ठ मोर्चा ने बुधवार को भारत बंद का आह्वान किया है। देश के अलग-अलग हिस्सों से जो खबरें आ रही हैं, उसमें कई जगहों पर बंद का खासा असर देखा जा रहा है। कुछ जगहों पर स्थानीय लोगों के साथ झड़प की भी खबरें हैं।

अनुसूचित जाति जनजाति प्रकोष्ठ मोर्चा ने क्रीमीलेयर के आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध करते हुए सड़कों पर इसका विरोध कर रहे हं। इस बंद को कई दलित और आदिवासी संगठनों का समर्थन हासिल है। झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस ने भी इसे अपना समर्थन दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कई मांगों की एक लिस्ट भी जारी की है, जिसमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए कई मांगें हैं।

बता दें कि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (एससी-एसटी) के आरक्षण में क्रीमी लेयर पर उच्चतम न्यायालय के फैसले को लेकर बुधवार को किए गए ‘भारत बंद’ के आह्वान का समर्थन किया है। बसपा अध्यक्ष मायावती ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा है कि बसपा भारत बंद के आह्वान का समर्थन करती है, क्योंकि भाजपा, कांग्रेस और अन्य पार्टियों के आरक्षण विरोधी षड्यंत्र तथा इसे निष्प्रभावी बनाकर अंततः खत्म करने की मिलीभगत के कारण एक अगस्त 2024 को एससी-एसटी के उपवर्गीकरण में क्रीमी लेयर से संबंधित उच्चतम न्यायालय के निर्णय के खिलाफ दोनों समुदायों में भारी रोष व आक्रोश है।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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