नीतीश कुमार के राज्य में भले शराबबंदी है, लेकिन शराब पीकर लगातार यहां जानें जा रही हैं। बिहार के सीवान और सारण से खबर आ रही है कि कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कई लोग बीमार भी पड़ गये हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दूसरी ओर जिला प्रशासन इसे जहरीली शराब का मामला नहीं मान रहा है। वह इसे संदिग्ध परिस्थिति में हुई मौत बता रहा है। फिर भी एक SIT गठित की गयी है जिसने अब तक 8 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज भी की है और 3 लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
सीवान के पुलिस अधीक्षक अमितेश कुमार ने सीवान सिविल सर्जन की रिपोर्ट के हवाले से बताया कि जिले में 20 लोगों की मौत हुई है। वहीं, सारण एसपी कुमार आशीष ने सारण में 4 मौतों की पुष्टि की है। मृतकों की संख्या बढ़ने का अंदेशा है। बीमार व उनके स्वजन खुलकर मंगलवार रात जहरीली शराब के सेवन की बात कह रहे हैं। जबकि दोनों जिलों के डीएम व एसपी संदिग्ध पेय पदार्थ का सेवन मान रहे हैं। उनका कहना है कि पोस्टमार्टम व बिसरा रिपोर्ट से ही स्पष्ट होगा कि मौत का वास्तविक कारण क्या है।
बता दें कि अप्रैल 2016 में नीतीश कुमार सरकार ने बिहार में शराब की बिक्री और सेवन पर प्रतिबंध लगा दिया था। बिहार सरकार ने हाल में स्वीकार किया है कि अप्रैल 2016 में बड़े पैमाने पर शराबबंदी के बाद से राज्य में अवैध शराब पीने से 150 से अधिक लोगों की मौत भी हो चुकी है।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
यह भी पढ़ें: अब ‘कानून अंधा नहीं’, न्याय की देवी की आंखों से हटी पट्टी, हाथ में तलवार की जगह संविधान