न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
आज संविधान दिवस है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सम्बोधन में भारत का संविधान को सबसे बड़ी ताकत बताया है। उन्होंने कहा हमारे संविधान की भावना युवा केंद्रित है। मैं सरकारी संस्थानों और न्यायपालिका से अनुरोध करता हूं कि वे हमारे युवाओं के बीच अधिक जागरूकता पैदा करने के प्रयास करें।’ 1949 में संविधान सभा द्वारा संविधान को अपनाने के उपलक्ष्य में 26 नवंबर को 2015 से संविधान दिवस के रूप में चिह्नित किया गया।
बता दें, आज ही के दिन 26/11 का मुंबई आतंकी हमला भी हुआ था। पीएम मोदी ने 14 वर्ष पहले हुए इस हादसे में शिकार और शहीदों को नमन किया और कहा कि जब भारत, अपने संविधान और अपने नागरिकों के अधिकारों का पर्व मना रहा था, उसी दिन मानवता के दुश्मनों ने भारत पर सबसे बड़ा आतंकवादी हमला किया था। मुंबई आतंकी हमले में जिनकी मृत्यु हुई, मैं उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
इस मौके पर भारत के मुख्य न्यायधीश जस्टिस डी. वाई चंद्रचूड़ जी, केंद्रीय कानून मंत्री किरण जी, जस्टिस संजय किशन कौल जी, जस्टिस एस अब्दुल नज़ीर जी, कानून राज्यमंत्री एस.पी सिंह बघेल जी, एटॉर्नी जनरल आर. वेंकटरमणि जी, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के प्रेसिडेंट विकास सिंह जी, सभी उपस्थित न्यायाधीशगण, सम्मानित अतिथिगण, देवियों और सज्जनों, नमस्कार!
साथ ही इसी मौके पर भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की उपस्थिति में सुप्रीम कोर्ट में संविधान दिवस समारोह को चिह्नित करने के लिए चार डिजिटल कोर्ट पहल की शुरुआत भी पीएम मोदी ने की।
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