न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
झारखंड से गोड्डा से बीजेपी सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने संसद की विशेषाधिकार समिति के सामने मांग रखी कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की सदस्यता रद्द कर दी जाये। ऐसा किये जाने की निशिकांत दुबे ने कारण भी बताये हैं। बता दें आज अपराह्न करीब 1.30 बजे सांसद निशिकांत दुबे संसद की विशेषाधिकार समिति के बुलावे पर उपस्थित हुए थे। संसद के विशेषाधिकार समिति के सामने मांग रखी कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की सदस्यता रद्द की जाये।
मामला फिलहाल स्थगित बजट सत्र का है। बता दें, सदन में अपने 50 मिनट के दिये भाषण में राहुल गांधी ने 75 बार अडाणी का नाम लिया। इस पर निशिकांत दुबे ने कहा कि साफ जाहिर होता है कि कांग्रेस नेता किस कदर बेचैन हैं कि सदन में उन्हें क्या करना चाहिए और सदन की क्या मर्यादा है इसका उन्हें ख्याल भी नहीं।
आज दिन के 1 बजे लोकसभा के विशेषाधिकार समिति में राहुल गॉंधी जी के खिलाफ बयान पर मेरी पेशी है@LokSabhaSectt pic.twitter.com/Er2N6V42V6
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) March 10, 2023
संसद भवन पहुँच गया हूँ,राहुल गांधी जी के विशेषाधिकार उल्लंघन पर मेरी जिरह शुरू हो रही है
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) March 10, 2023
विशेषाधिकार समिति के सामने राहुल गांधी जी के खिलाफ प्रश्नों का उत्तर दिया pic.twitter.com/Jxxz6ppuQv
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) March 10, 2023
राहुल गांधी की सदस्यता रद्द किये जाने के बताये 3 कारण
राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करने की मांग रखने के साथ निशिकांत दुबे ने इसके तीन कारण गिनाये। सांसद निशिकांत दुबे ने कहा-
- नियमों के मुताबिक, किसी भी सांसद या मंत्री के खिलाफ गंभीर आरोप लगाने से पूर्व लोकसभा स्पीकर को जानकारी लेनी पड़ती है, लेकिन, राहुल गांधी ने ऐसी कोई भी इजाजत नहीं ली थी।
- भले ही लोकसभा स्पीकर ने उनके भाषणों को एक्सपंज कर दिया है, लेकिन राहुल गांधी के ट्वीटर हैंडल और यूट्यूब चैनल और इंडियन नेशनल कांग्रेस के YouTube चैनल पर आज भी राहुल गांधी के बिना एक्सपंज किया हुआ भाषण चल रहा है।
- राहुल गांधी ने स्पीकर के इंटीग्रिटी पर प्रश्न किया और चैलेंज किया। अगर एक बार स्पीकर ने एक्सपंज कर दिया उसको चैलेंज नहीं किया जा सकता। लेकिन, राहुल गांधी लगातार विदेशी धरा पर कह रहे हैं कि उन्हें भारत में किसी भी मसले पर बोलने नहीं दिया जा रहा है। यहां तक संसद में बोलने के दौरान उनका माइक भी बंद कर दिया जाता है। जिस पर आज उपराष्ट्रपति व राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने भी आपत्ति जताई है।
आज समिति की बैठक में कुल 8 सदस्य मौजूद थे। डीएमके सांसद टीआर बालू बैठक में मौजूद नहीं थे पर उन्होंने लिखकर दे दिया था कि राहुल गांधी पर कोई प्रिविलेज का मामला नहीं बनता है। सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी को हिंडेनवर्ग अडाणी मामले में पूछताछ के लिए प्रिविलेज समिति अगले सप्ताह बुला सकती है।
निशिकांत दुबे ने 7 फरवरी को लिखा था पत्र
निशिकांत दुबे ने बजट सत्र के दौरान 7 फरवरी को विशेषाधिकार समिति को पत्र लिखा था। जिसे स्वीकार करते हुए समिति ने 10 मार्च यानी आज का दिन तय करते हुए अपराह्न अपनी बात रखने के लिए बुलाया था।
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