देवघर: देवघर एयरपोर्ट से सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant dubey)द्वारा ATC बिल्डिंग में जबरन घुस कर चार्टर्ड प्लेन का जबरन क्लियरेंस मामले के केस को हाई कोर्ट ने निरस्त कर दिया है। कुंडा थाना में किए गए केस को निरस्त करने को लेकर सोमवार को हाई कोर्ट में दाखिल याचिका की सुनवाई हुई।सुनवाई के बाद हाइकोर्ट के जज एसके द्विवेदी ने केस को खारिज कर दिया है।
क्या था मामला
बता दें कि सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant dubey) दुमका में हुए पेट्रोल छिड़ककर अंकिता की हत्या के बाद उनके परिजनों से मिलने सांसद मनोज तिवारी और कपिल मिश्रा के साथ दुमका गए थे। दुमका से लौटने के क्रम में सांसद शाम को करीब 5:30 बजे देवघर एयरपोर्ट पहुंचे और चार्टर प्लेन में सवार हो गए। लेकिन ATC ने देर शाम चार्टर्ड प्लेन का उड़ान भरने की इजाजत नहीं दी। इसके बाद पायलट समेत सांसद दुबे और उनके दोनो बेटे, मनोज तिवारी, सुनील तिवारी सभी लोग जबरन ATC की बिल्डिंग में दाखिल होकर ATC अधिकारियों से जबरन क्लियरेंस लिया और दिल्ली के लिए उड़ गए। एयरपोर्ट की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे डीएसपी ने कुंडा थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि सांसद निशिकांत दुबे, सांसद मनोज तिवारी, सहित कुल नौ लोगों ने एयरपोर्ट सुरक्षा व्यवस्था के साथ खिलवाड़ कर जबरन क्लियरेंस लिया।
ये भी पढ़ें: बड़ी खबर: अब रांचीवासी सिर्फ 5 घंटे में पहुंच जाएंगे हावड़ा, जल्द शुरू होगी वंदे भारत सुपर एक्सप्रेस ट्रेन