खूंटी के मारंगहदा थाना क्षेत्र के तारूप जंगल में बाघ के होने की आशंका से ग्रामीणों में दहशत फैल गयी है। हालांकि यह खबर मिलने के बाद वन विभाग भी पूरी तरह सतर्क हो गया है। खूंटी के जंगल में बाघ होने की संभावना इसलिए जतायी जा रही है क्योंकि बताया जा रहा है कि जंगल में बाघ के पैरों जैसे निशान और दो बैलों के कंकाल मिले हैं। इसी के कारण यह आशंका बढ़ गयी है कि जंगल में एक बाघ घूम रहा है.
दूसरी ओर वन विभाग इस खबर के बाद सचेत जरूर हो गया है, लेकिन वन विभाग के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की है। जिस निशान की बात की जा रही है, उसके बारे में भी वन विभाग के कर्मी कह रहे हैं कि यह एक बाघ के पैरों के निशान जैसा है। ये निशान उसी जगह मिले हैं जहां दो बैलों के कंकाल मिले हैं। इसीलिए चर्चा का बाजार गर्म है कि बाघ ने इन बैलों का शिकार बनाया होगा।
वन विभाग के रेंजर सुरेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि मारंगहादा के जंगलों में बाघ या लकड़बग्घा हो सकता है। जंगल से मिले पैरों के निशान बाघ जैसे प्रतीत हो रहे हैं, लेकिन जानवरों का शव देखकर लग रहा है कि लकड़बग्घा ने इन्हें अपना शिकार बनाया होगा।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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