न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
झारखंड में मैट्रिक और इंटर की परीक्षाएं मार्च में होली के बाद शुरू हो सकती हैं। परीक्षा तिथियों की घोषणा अभी नहीं की गयी है, उम्मीद है झारखंड एकैडेमिक काउंसिल (JAC) दस फरवरी तक तिथियों की घोषणा कर देगी। शुक्रवार को शिक्षा सचिव राजेश कुमार शर्मा ने विभाग के अधिकारियों के साथ एक बैठक की। बैठक में हालांकि परीक्षा के प्रारूप को लेकर कोई सहमति नहीं बन पायी है। लेकिन परीक्षा पिछले वर्ष सितंबर में जारी दिशानिर्देश के अनुरूप ही होगी और दोनों टर्म की परीक्षा एक साथ ली जायेगी।
कोरोना के कारण परीक्षा केन्द्रों की संख्या में बढ़ायी जायेगी
कोरोना के कारण परीक्षा में पूरी सावधानी बरती जायेगी। शिक्षा विभाग चाहता है कि मैट्रिक-इंटर की परीक्षा गृह केंद्र पर ली जाये। हालांकि ऐसा करने पर परीक्षा केन्द्रों की संख्या में काफी इजाफा हो जायेगा। राज्य में अब तक मैट्रिक-इंटर की परीक्षा के लिए लगभग 700 केंद्र बनाए जाते रहे हैं, जबकि गृह केंद्र पर परीक्षा होने से केंद्रों की संख्या बढ़कर 3400 तक हो सकती है। गृह केंद्र पर परीक्षा लेने में जिन परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, इसकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। जैक की रिपोर्ट के बाद शिक्षा विभाग अंतिम निर्णय लेगा।
बहु वैकल्पिक और लिखित हो सकती हैं परीक्षाएं
दोनों टर्म की परीक्षाएं एक साथ होने के कारण बहु वैकल्पिक (Objective) और लिखित (Short and Long Answer) परीक्षा ली जा सकती है। अगर परीक्षाएं दो चरणों में होंगी तो पहले चरण में 40 अंक की परीक्षा ली जा सकती है, जो बहुविकल्पीय होगी। यह परीक्षा ओएमआर सीट पर ली जाएगी। वहीं दूसरे चरण की परीक्षा लिखित हो सकती है। हालांकि परीक्षा एक टर्म में ली जाये या नहीं, राज्य सरकार या झारखंड एकेडमिक काउंसिल के अध्यक्ष इस पर अंतिम निर्णय लेंगे।
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