मंईयां सम्मान योजना हमारी जिम्मेवारी, नहीं डालेंगे किसी पर अतिरिक्त बोझ, सीएम हेमंत का विपक्ष को करारा जवाब

अबुधा बजट पूर्व संगोष्ठी के समापन कार्यक्रम में सीएम हेमंत हुए शामिल

मंईयां सम्मान योजना को लेकर जनता के मन में उठ रहे सवालों से साथ विपक्ष द्वारा लगाये जा रहे आरोपों का मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने करारा जवाब दिया है. उन्होंने साफ कर दिया कि मंईयां सम्मान योजना को लेकर हम जनता को आश्वस्त करते हैं कि वे निर्भीक रहें और इस योजना के लिए किसी भी व्यक्ति पर अतिरिक्त बोझ नहीं डालेंगे. हम अपने संसाधानों से ही मंईयां सम्मान योजना की राशि वितरित करेंगे, इस योजना से 55 लाख से अधिक महिलाओं को प्रतिमाह 2500 रुपए दिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि विकास की कार्य योजना को लंबी दूरी को लेकर बनाने की आवश्यकता है. हमारा विजन ऐसा हो जिससे समग्र विकास संभव हो.

भारत सरकार से पूरी ग्रांट राशि नहीं मिली

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि भारत सरकार ने 16,961 करोड़ का ग्रांट देने का फैसला लिया था, लेकिन मिले सिर्फ 4408 करोड़ ही. उन्होंने उपस्थित अधिकारियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर ऐसा क्यों हुआ. केंद्र का कहना है की समय पर उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं मिलता है इस वजह से राशि नहीं मिल रही है. ऐसे में अब अधिकारी स्वयं बतायें की इसके लिए कौन जिम्मेदार हैं. उन्होंने राजस्व बढ़ोतरी के लिए पर्यटन की दिशा में बेहतर कार्य करने को कहा. स्वयं सेवी संस्थाओं के उत्पाद को बढ़िया पैकेजिंग करके मार्केटिंग कराने पर जोर दिया, वित्त मंत्री ने कहा की सिर्फ अब टेक्स से राजस्व को बढ़ाया नहीं जा सकता है समग्र विकास करना होगा.

बजट आउट कम पर विशेष ध्यान रखना जरूरी

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को रोजगार व स्वरोजगार उपलब्ध कराने पर जोर देना चाहिए, नौजवानों को नौकरी उपलब्ध कराना जरूरी है, रोज वे आंदोलन कर रहे हैं ऐसे में इस समस्या का समाधान जरूरी है. बजट में नौकरियों पर विशेष ध्यान रहेगा. बजट में जो पैसे खर्च करने करने का प्रावधान होगा तो उसका क्या आउटकम होगा इस पर ध्यान रखना जरूरी है. बजट पर कृषि से लेकर उद्योग इत्यादि पर विशेष फोकस करने को कहा.

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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