MADHUBANI: पूर्व विधायक गुलाब यादव के घर ED की रेड, पटना समेत तीन ठिकानों पर छापेमारी से हड़कंप

madhubani ed raid, madhubani,madhubani news,cbi raid,ed raid,madhubani latest news,ed raid at rjd mlc sunil singh residence,ed raids,cbi raid in bihar,raid,cbi raid on lalu yadav,madhubani news in hindi,madhubani news updates,it raid in madhubani,bihar cbi raid,madhubani city it raid,madhubani crime,madhubani bihar,rjd raid news,madhubani hindi news,madhubani news today,manoj jha on ed raid,ed raid on lalu yadav,ed raids in ranchi,raid live news,bihar ed raids

MADHUBANI: इस वक्त की बड़ी खबर मधुबनी से आ रही है, जहां मंगलवार की सुबह-सुबह ईडी ने झंझारपुर के पूर्व विधायक के ठिकानों पर छापेमारी की है। ईडी की छापेमारी से हड़कंप मच गया है। झंझारपुर स्थित गंगापुर, पटना और पुणे के आवास पर एक साथ ईडी की टीम छापेमारी कर रही है। मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने पूर्व विधायक के खिलाफ एक्शन लिया है।

दरअसल, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मंगलवार की सुबह करीब पांच बजे ईडी की टीम झंझारपुर के पूर्व विधायक गुलाब यादव के लखनौर प्रखंड के गंगापुर स्थित आवास पहुंची और छापेमारी की है हालांकि इस दौरान घर में परिवार को कोई सदस्य मौजूद नहीं था। झंझारपुर के साथ साथ पूर्व विधायक के पटना और पुणे स्थित आवास पर छापेमारी की बात कही जा रही है।

केंद्रीय सुरक्षा बल के साथ पहुंचे ईडी के एक दर्जन अधिकारी गुलाब यादव के घर के कोने-कोने की तलाशी ले रहे हैं। छापेमारी के दौरान सुरक्षाबलों ने गुलाब यादव के घर को घेर लिया। घर में न तो गुलाब यादव हैं और ना ही उनकी पत्नी और बेटी ही मौजूद हैं। घर में सिर्फ केयर टेकर मौजूद है और उसी की मौजूदगी में ईडी की टीम ने छापेमारी की है।

पूर्व विधायक गुलाब यादव की पत्नी अंबिका गुलाब यादव स्थानीय निकाय क्षेत्र से एमएलसी हैं जबकि उनकी बेटी बिंदु गुलाब यादव जिला परिषद  की अध्यक्ष  हैं। बताया जा रहा है कि परिवार के सभी लोग पटना में मौजूद हैं। पैतृक गांव गंगापुर में दो तीन केयर टेकर मौजूद हैं। छापेमारी के दौरान घर के अंदर किसी को आने-जाने की इजाजत नहीं है।

बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 में वीआईपी ने गुलाब यादव को झंझारपुर से टिकट देने का एलान किया था लेकिन एन वक्त पर गुलाब यादव से टिकट छीन गया था। जिसके बाद गुलाब यादव ने मायावती की पार्टी बसपा से टिकट हासिल कर लोकसभा का चुनाव लड़ा हालांकि चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।