आतंक और व्यापार साथ-साथ नहीं चल सकता – एस जयशंकर
भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर इस समय पाकिस्तान के दौरान पर हैं। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में विदेश मंत्री जयशंकर शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की शिखरवार्ता में हिस्सा ले रहे हैं। शिखर वार्ता को जब जयशंकर ने सम्बोधित करने शुरू किया तब पाकिस्तान को यह उम्मीद नहीं थी कि वह उसे ही आईना दिखा देंगे। भारतीय विदेश मंत्री ने याद दिलाया कि संगठन के चार्टर में शामिल आतंकवाद, उग्रवाद और अलगाववाद को स्पष्ट रूप से चुनौती माना गया है। इसलिए सीमा पार जो गतिविधियां हो रही हैं, उसके चलते हुए सौहार्द का वातावरण नहीं बन सकता। आपसी सहयोग आपसी सम्मान और संप्रभुता पर आधारित होना चाहिए।
यदि सीमा पार की गतिविधियां- आतंकवाद, उग्रवाद और अलगाववाद चलता रहेगा तो उसके समानांतर व्यापार, ऊर्जा प्रवाह और कनेक्टिविटी सम्भव नहीं हो सकता। सहयोग एकतरफा एजेंडे पर नहीं, बल्कि वास्तविक साझेदारियों पर बनाया जाना चाहिए। हमारे प्रयास तभी आगे बढ़ेंगे जब चार्टर के प्रति हमारी प्रतिबद्धता दृढ़ रहेगी। विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि इस संगठन के सफल होने में पाकिस्तान और चीन का गठजोड़ आड़े आ सकता है। इन दोनों को आतंकवाद, अलगाववाद और अतिवाद जैसे तीन शैतानों पर प्रहार करना होगा।
आपको बता दें जब विदेश मंत्री अपना भाषण दे रहे थे तब पाकिस्तान के टेलीविजन में समिट का लाइव प्रसारण बंद कर दिया था।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस- झारखंड-बिहार
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