झारखंड हाईकोर्ट ने मंगलवार को स्वतः संज्ञान लिये एक मामले की सुनवाई करते हुए मौखिक रूप कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह से फेल है. सिर्फ नेता और मंत्री को स्पेशल ट्रीटमेंट मिलता है. दरअसल शुक्रवार को भाजपा की युवा आक्रोश रैली के दौरान हाईकोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस संजय कुमार द्विवेदी काफी देर तक कांके रोड में जाम में फंसे थे. इसके बाद आज उन्होंने डीजीपी, रांची डीसी, एसएसपी और ट्रैफिक एसपी को अदालत में पेश करने का निर्देश दिया. उक्त सभी अधिकारी अदालत के समक्ष पेश हुए. सुनवाई के दौरान DGP ने कोर्ट को आश्वस्त किया कि भविष्य में इस तरह की घटना नहीं होगी. वहीं अदालत ने जाम की समस्या पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि नेता या मंत्री सड़क पर निकलते हैं तो उन्हें स्पेशल ट्रीटमेंट दिया जाता है. लेकिन आम लोगों को जाम में फंसे रहने के किए छोड़ दिया जाता है. हूटर बजाकर लोगों के साथ जानवर जैसा व्यवहार किया जाता है. अदालत ने इस मामले को चीफ जस्टिस की बेंच में सुनवाई के लिए ट्रांसफर कर दिया है.
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