लालू प्रसाद भी चाहते हैं ‘इंडिया’ को ममता करें लीड! कांग्रेस सकते में, तेजस्वी यादव पसोपेश में?

इंडिया गठबंधन में अब एक नयी रार छिड़ी हुई है, इसको लेकर कांग्रेस पूरी तरह से विवश और असहज हो चुकी है। दरअसल, कांग्रेस को लगातार मिल रही हार से विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में अब नेतृत्व परिवर्तन की मांग उठ गयी है। इंडी गठबंधन में शामिल दल चाहते हैं कि राहुल गांधी की जगह कोई योग्य नेता बागडोर सम्भाले। अब इसको लेकर कांग्रेस को समझ नहीं आ रहा है कि इसका समाधान कैसे निकाले। क्योंकि कांग्रेस आज ऐसी पार्टी बन गयी है कि बिना सहयोगियों के उसका बेड़ा पार नहीं लग रहा है। झारखंड में भले ही सहयोगियों के बूते उसने अपनी स्थिति मजबूत कर ली है, लेकिन महाराष्ट्र में उसकी हार से उसकी खूब फजीहत हो रही है।

इस माहौल का फायदा उठाते हुए पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी ने ‘खेला’ कर दिया है। ममता बनर्जी ने इंडी गठबंधन की बागडोर सम्भालने का दांव चल कर कांग्रेस को सकते में डाल दिया है। कांग्रेस की विवशता यह है कि वह गांधी परिवार से ऊपर सोच नहीं सकती, इसलिए उसे समझ नहीं आ रहा है कि समस्या का क्या हल निकालेंग। हल इसलिए भी नहीं निकल सकता, क्योंकि पहले तो सपा, आप और शरद पवार की एनसीपी पार्टी ममता के नाम समर्थन कर कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा चुकी हैं, और अब राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने भी भी ममता के नाम का समर्थन कर कांग्रेस को सकते में छोड़ दिया है।

राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने को लेकर ना सिर्फ अपना समर्थन दिया है, बल्कि कांग्रेस को सीधी नसीहत देते हुए उसकी तमाम आपत्तियों को बेबुनियाद भी बता दिया है। लालू यादव ने साफ-साफ कहा कि, ‘कांग्रेस की आपत्ति का अब कोई भी मतलब नहीं है। हम ममता बनर्जी का समर्थन करेंगे। ममता बनर्जी को इंडिया ब्लॉक का नेतृत्व दिया जाना चाहिए। हम 2025 में फिर से देश में सरकार बनाएंगे।

हालांकि लालू प्रसाद के इस फैसले से उनके पुत्र और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव थोड़े असहज अवश्य हो गये हैं। उन्होंने बात को टालते हुए उन्होंने इतना कहा कि इस मामले पर फिलहाल अब तक कोई बातचीत नहीं हुई। जब गठबंधन के वरिष्ठ नेता एक साथ बैठेंगे और इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे, तब इस तरह की बातें तय की जाएंगी। मुझे नहीं लगता कि गठबंधन चलाने के लिए वरिष्ठ नेताओं के नामों पर कोई आपत्ति होगी।

उन्होंने कहा कि, “ममता बनर्जी गठबंधन करेंगी, तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन यह बात ध्यान रखनी चाहिए कि गठबंधन में भाजपा विरोधी कई वरिष्ठ नेता हैं, ऐसे में नेता चुनने के बारे में बैठकर बात करनी चाहिए और सामूहिक रूप से फैसला लेना चाहिए।

न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार

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