न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
आस्था के लोक पर्व लालू प्रसाद यादव के परिवार के लिए बेहद खास अवसर बन जाते हैं। छठ हो, होली हो या फिर सतुआन, इनको मनाने का लालू प्रसाद का अंदाज ही निराला होता है। आज सतुआन का खास मौका है। तो भला लालू परिवार इसका आनन्द क्यों न ले? सतुआन बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड यहां तक कि नेपाल का विशिष्ठ लोक पर्व है। हालांकि इसको मनाने की धूम सड़कों पर नहीं दिखाई देती, लेकिन घर-घर में यह नये वर्ष का विशेष अवसर बन जाता है। जिस प्रकार वसंत नवरात्रि चंद्र वर्ष की शुरुआत है। उसी प्रकार सौर (सूर्य) वर्ष की शुरुआत मेष संक्रांति यानी सतुआन से होती है।
एक सनातन परम्परा होने के कारण बिहार और उत्तर प्रदेश में सतुआन खास महत्व रखता है। और बिहार में लालू यादव जैसे परिवार इसे और भी खास बना देते हैं। लालू प्रसाद यादव भले ही आज अस्वस्थ हैं, लेकिन उनमें आज भी अपनी सनातन परम्परा को जीने का उत्साह बरकरार है। तो भला सतुआन के उल्लास में वह क्यों न डूबें!
लालू प्रसाद इस समय दिल्ली में अपनी बेटी मीसा भारती के घर में हैं। वहां पर उन्होंने मजे लेकर सतुआन का लुत्फ उठाया। अभी उन्हें जिन खाने-पीने की चीजें से परहेज करना है, उसका उन्होंने ख्याल रखते ही हैं। लालू को शुगर खाने से बचना है, इसलिए उन्होंने शुगर फ्री सतुए का आनन्द उठाया। और हां, सतुआन के इस पर्व पर भगवान शिव को उन्होंने याद किया। उन्होंने यह सतुआन भगवान शिव को अर्पित कर बिहार और देश की खुशहाली की कामना की और लोगों को सतुआन (नव वर्ष) की शुभकामना दी।
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