Basant Panchami 2025: वसंत पंचमी के दिन का बहुत अधिक महत्व होता है. इस दिन को ना सिर्फ मां सरस्वती के अवतरण दिवस के रूप में मनाया जाता है, बल्कि इस दिन को वसंत ऋतु के आगमन के रूप में भी मनाया जाता है.
वसंत पंचमी के दिन करें इन मंत्रों का जाप
वसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा करके तो हम उनका आशीर्वाद व कृपा प्राप्त करते ही हैं. लेकिन अगर हम इस दिन कुछ विशेष मंत्रों का जाप करें तो ज्ञान की देवी सरस्वती हमसे प्रसन्न होती हैं. इसलिए इस शुभ अवसर पर इन नीचे बताए गए मंत्रों का जाप सच्चे मन से जरुर करें.
सरस्वती जी के मंत्र –
1. शारदायै नमस्तुभ्यं, मम ह्रदय प्रवेशिनी,परीक्षायां समुत्तीर्णं, सर्व विषय नाम यथा।।
2. विद्या: समस्तास्तव देवि भेदा: स्त्रिय: समस्ता: सकला जगत्सु।त्वयैकया पूरितमम्बयैतत् का ते स्तुति: स्तव्यपरा परोक्ति:।।
3. ऐं ह्रीं श्रीं अंतरिक्ष सरस्वती परम रक्षिणी।मम सर्व विघ्न बाधा निवारय निवारय स्वाहा।।
4. सरस्वती देवी का मूल मंत्र –ओम ऐं सरस्वत्यै ऐं नमः।
5. मां सरस्वती का संपूर्ण मंत्र –ओम ऐं ह्रीं क्लीं महासरस्वती देव्यै नमः।
वसंत पंचमी के दिन करें ये कार्य
– वसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती की कृपा प्राप्ति के लिए पीले रंग के कपड़े पहनने चाहिए. यह रंग मां सरस्वती को प्रिय माना जाता है.
– इसी के साथ वसंत पंचमी के दिन ज्ञान और कला से जुड़ी चीजें जैसे किताबें, कलम और वाद्य यंत्र की भी पूजा करना भी अच्छा माना जाता है.
– मां सरस्वती को पीले मीठे चावल बहुत प्रिय हैं तो इस दिन केसरिया भात (मीठे चावल) का भोग जरुर लगाना चाहिए. हालांकि आप केसर युक्त खीर का भोग भी लगा सकते हैं.