सुप्रीम कोर्ट ने तिरुपति लड्डू विवाद मामले में दायर याचिका पर सोमवार को सुनवाई करते हुए आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू पर बड़ी टिप्पणी की है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कम से कम धर्म को राजनीति से दूर रखें। जस्टिस आर गवई और जस्टिस केवी विश्वनाथ की खंडपीठ ने सुनवाई के दौरान कहा कि जब तिरुपति लड्डुओं को लेकर जांच चल रही है तब इस तरह के विवाद देकर समाज में क्यों भ्रम फैलाया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने आध्रप्रदेश सीएम पर यह भी टिप्पणी की कि जब लड्डुओं की टेस्ट रिपोर्ट दो महीने पहले ही आ गयी थी तो फिर इस पर बयानबाजी दो महीने बाद क्यों की जा रही है। सुप्रीम कोर्ट में मामले की अगली सुनवाई 3 अक्टूबर को होगी।
बता दें कि तिरुपति मंदिर के लड्डुओं का यह मामला आंध्र प्रदेश में वाईएसआरसीपी सरकार के कार्यकाल के दौरान का है जो कि प्रसाद लड्डू बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले घी में मिलावट के आरोपों से जुड़ा है। इसी पर सुप्रीम कोर्ट ने आंध्र प्रदेश सरकार से पूछा कि जब उसने मामले की एसआईटी जांच के आदेश दिए थे, तो प्रेस के पास जाने की क्या जरूरत थी?
बता दें कि एक याचिका कर्ता ने तिरुपति मंदिर के लड्डू बनाने में इस्तेमाल होने वाले घी में पशु चर्बी की मिलावट के मामले में सुप्रीम कोर्ट से हस्तक्षेप की मांग करते हुए एक याचिका दायर की है। याचिकाकर्ता ने मंदिर का संचालन करने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ट्रस्ट के आपराधिक षड्यंत्र और कुप्रबंधन की सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक समिति का गठन कर न्यायिक जांच कराने की मांग की है।दायर याचिका में कहा गया है कि जांच में यह तथ्य सामने आए हैं कि तिरुमाला में लड्डू प्रसादम में पशु चर्बी, मछली का तेल और अन्य मांसाहारी चीजों का इस्तेमाल किया गया था।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
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