हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) राज्य में एक बार फिर ताड़ी पर बैन (ban on taadi) के सवाल को लेकर बिहार की मद्य नीति पर आने नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने (Jitan Ram Manjhi) नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि ताड़ी में कुछ गलत नहीं है, यह प्राकृतिक जूस है. उनकी यह प्रतिक्रिया ताबा आई जब उनसे बिहार में ताड़ी बैन (tadi ban on bihar) करने पर सुझाव मांगा गया. उन्होंने कहा ताड़ी को बैन करने का सवाल ही नहीं उठना चाहिए. जीतन राम मांझी ने मंगलवार को पासी समाज द्वारा किए गए आंदोलन पर अपने विचार रखे.
नीतीश कुमार ज़िद्दी हैं
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ज़िद्दी हैं. वे जो करने की ठान लेते हैं, उसके लिए वे उतारू हो जाते हैं. न कुछ देखते हैं, न किसी की सुनते हैं. नीतीश कुमार को इससे कोई मतलब है कि उनकी जिद का परिणाम क्या होगा. इसी प्रक्रिया में पूरी समस्या झूल रही है. पूरा बिहार आज उनकी जिद के आगे परेशान है.
‘ताड़ी पर बैन से कई लोगों का रोज़गार छीन जाएगा’
जीतन राम मांझी ने कहा कि उनकी व्यक्तिगत राय है कि बिहार में ताड़ी पर बैन नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि ताड़ी को शराब की कैटेगरी में शामिल नहीं करना चाहिए. मांझी ने कहा कि ताड़ी से लॉ एंड आर्डर खराब नहीं होता है. ताड़ी बंद करना उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि ताड़ी को लेकर मेरी राय नीतीश कुमार की राय से अलग है. इससे बेरोजगारी की दर और बढ़ जायेगी. कई गरीब ऐसे हैं जो ताड़ी बेचकर ही अपना घर चलाते हैं. सरकार के ऐसे फैसले से उनका रोज़गार छीन जाएगा.
ये भी पढ़ें : Samastipur: अवैध नर्सिंग होम की करतूत, गलत ऑपरेशन से महिला की हालत नाजुक, आरोपी डॉक्टर गायब