48 योजनाओं और 976.56 करोड़ की परिसम्पत्तियों की सौगात
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गिरिडीह के झंडा मैदान में राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम ‘आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार’ शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री हेमंत ने इस मौके पर चयनित लोगों के बीच 976.56 करोड़ की परिसम्पत्तियों का वितरण किया। इतना ही नहीं. इस मौके पर उन्होंने तीन योजनाओं का उद्घाटन और 45 योजनाओं का ऑनलाइन शिलान्यास भी किया।
कार्यक्रम से सरकार की मंशा स्पष्ट – सीएम हेमंत
‘आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार’ कार्यक्रम का शुभारंभ करने के बाद जनता से सीधा संवाद किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा स्पष्ट है। कार्यक्रम के नाम से ही सरकार की मंशा और उद्देश्य दोनों का पता चलता है। उन्होंने कहा कि हमने इससे पहले जब इस कार्यक्रम की शुरुआत की थी तब सरकार को 35.95 लाख आवेदन प्राप्त हुए थे। हमें बताते हुए खुशी हो रही है सरकार ने 99 प्रतिशत आवेदन का निष्पादन भी कर दिया। हमारी सरकार जो कहती है, उसे पूरा करती है। पहले की सरकार न सुनती थी न काम करती थी। सीएम ने यहां तक कहा कि केन्द्र से हमने मदद मांगी थी, लेकिन हमें कोई मदद नहीं मिली।
सीएम हेमंत ने राज्य सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जनता तक सरकारी योजनाएं सही तरीके से पहुंचें इसके लिए हमने उसकी जानकारी भी घर-घर तक पहुंचाने की पहल की है। सीएम ने कहा कि हमने जिन योजनाओं की शुरुआत की है, उसकी हर दिन मॉनिटरिंग भी होगी। पंचायत स्तर पर शिविर आयोजित कर योजनाओं का लाभ दिया जायेगा। सरकारी योजनाओं के तहत आवेदन लेकर उनका लाभ लोगों तक पहुंचाया जायेगा। आम जन की समस्या का निराकरण करना ही हमारा उद्देश्य है। इतना ही नहीं, सीएम ने कहा, सरकार जो भी योजना ला रही है, लाभुकों को ऑनस्पाट उनका लाभ भी दिया जायेगा। मनरेगा के तहत हर गांव में 5-5 योजनाओं का शुभारम्भ किया जायेगा। सरकार पहले भी बिरसा हरित योजना के तहत किसानों को लाभ दे चुकी है।
सीएम हेमंत ने शिक्षा के क्षेत्र में किये गये और किये जाने वाले कामों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हर जिले में मॉडल स्कूल बनाये जा रहे हैं। आने वाले दिनों में ये सरकारी मॉडल स्कूल निजी स्कूलों को टक्कर देने वाले होंगे। नयी नियुक्तियां की जा रही हैं। शिक्षा विभाग में 25 हजार नियुक्ति निकाली जायेगी। सरकार छात्रों को लाभ देने का भी काम कर रही है। स्कॉलरशिप के जरिये अब झारखंड के बच्चे विदेशों में भी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
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