न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
‘बिन पानी सब सून!’ लेकिन लगता है रांची के जलापूर्ति विभाग को यह कहावत पसंद नहीं। तभी वह अपनी व्यवस्था में सुधार करना नहीं चाहता। हर साल गर्मी आती है, झारखंड के लोग बूंद-बूंद पानी को तरसने लगते हैं। नदी, तालाब सूख जाते हैं। झारखंड के कुछ डैम लोगों की कुछ प्यास बुझाने की कोशिश करते हैं, लेकिन जलापूर्ति विभाग की लापरवाही लोगों की इस जरूरत पर भी सवालिया निशान लगा देता है। रांची के जलापूर्ति विभाग से यह शिकायत यूं ही नहीं है। कोई भी साल ऐसा नहीं जाता जब किसी न किसी इलाके में सप्लाई की पाइप फट जाती है और हर दिन हजारों गैलन पानी लोगों की प्यास बुझाये बिना सड़कों पर पसर जाता है।
यहां आप जो तस्वीर और वीडियो देख रहे हैं, यह बरियातू रोड पर स्थित मेडिका अस्पताल के निकट का है। यहां इसी तरह हर रोज पानी बर्बाद हो रहा है। पानी बर्बाद होता है वह तो होता ही है। पानी चारों ओर पसर जाने के कारण लोगों को आने-जाने में कठिनाई होती है, उसका अंदाजा भी सहज लगाया जा सकता है। लोग सड़कों पर इस प्रकार पैदल या वाहनों से चलते हैं, मानों बरसात का मौसम आ गया है। अब तो बरसात का मौसम भी आ रहा है। वाटर सप्लाई की पाइपें इसी तरह फटी रहेंगी तो पानी तो बर्बाद होगा ही, इन फटी पाइपों से नालियों का गंदा पानी भी लोगों को घरों में पहुंचेगा। वैसे यह तो वर्षों से होता आ रहा है। शायद रांची के लोग इसके आदी हो गये हैं और वाटर सप्लाई विभाग भी।
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