न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
चोरी के आरोप में तुपुदाना थाने ने एक आरोपी विकास कुमार को पकड़ा था। फिर थाने में उसकी जमकर पिटाई कर डाली। पिटाई तुपुदाना थाना प्रभारी मीरा सिंह द्वारा की गयी। इस मामले में हाई कोर्ट और मानवाधिकार आयोग दोनों ने ही सख्त रुख अपना लिया है। मामला संज्ञान में आने के बाद झारखंड हाई कोर्ट के जस्टिस एसके द्विवेदी ने राज्य सरकार को आदेश दिया है कि हटिया डीएसपी की जांच रिपोर्ट समेत विस्तृत रिपोर्ट चार सप्ताह के अंदर कोर्ट में पेश करे। मामले में अगली सुनवाई 19 जून को होगी।
मामले में मौन पर HC का सवाल?
मामले में हाई कोर्ट ने सवाल उठाया कि जब चोरी के आरोपी विकास कुमार ने ऑनलाइन केस दर्ज किया तब उसे रजिस्टर क्यों नहीं किया गया? बता दें, चोरी के शक में पिटाई के बाद विकास कुमार का अस्पताल में इलाज चला। डिस्चार्ज होने के बाद उसने ऑनलाइन प्राथमिकी के माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज करायी। विकास ने आईजी, ह्यूमन राइटस को भी एक आवेदन दिया था। इस केस की जांच के लिए डीएसपी हटिया के नेतृत्व में एक कमेटी गठित की गयी थी। कमेटी ने भी विकास कुमार के साथ हुए मामले को सही पाया। लेकिन आश्चर्य है कि मीरा सिंह पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग भी एक्शन में
तुपुदाना ओपी थाने में हुई बर्बरता को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने गंभईरता से लिया है। नोटिस भेजकर उसने घटना पर जवाब मांगा, लेकिन अब तक रांची पुलिस ने कोई जवाब नहीं दिया है। आयोग ने एक बार फिर रांची के उपायुक्त व एसएसपी को नोटिस भेज कर 5 जून जवाब देने को कहा है। रिपोर्ट नहीं मिलने की स्थिति में आयोग द्वारा सख्त कदम उठाने की चेतावनी दी है।
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