रंजित कोहली ने सीएम को बनाया था गवाह
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
पूर्व राष्ट्रीय शूटर तारा शाहदेव और रंजीत कोहली उर्फ रकीबुल हसन के धर्मांतरण मामले में रांची सीबीआई कोर्ट के विशेष न्यायाधीश प्रभात कुमार शर्मा की अदालत में मंगलवार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से गवाही हुई। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के रांची में उपस्थित नहीं रहने की वजह से उनकी ओर से झामुमो जिलाध्यक्ष मुस्ताक आलम ने गवाही दी। रंजीत कोहली ने जिस आयोजन में हेमंत सोरेन (तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष) के शामिल होने की बात कह कर उन्हें अपना गवाह बनाया है, वह दरअसल एक इफ्तार पार्टी थी। इसको लेकर झामुमो जिलाध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि इफ्तार पार्टी के लिए मुख्यमंत्री आवास से निमंत्रण पत्र जारी होता है। रंजीत कोहली उर्फ रकीबुल हसन जो निमंत्रण पत्र दिखा रहा है। वह सही है। लेकिन मैं किसी रकीबुल हसन को नहीं जानता हूं।
बता दें, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गवाह बनाने की अर्जी रंजीत कोहली की ओर से दी गयी थी। अभियोजन की ओर से 26 गवाहों की गवाही पूरी होने के बाद अदालत की ओर से रंजीत कोहली को सूची देने का आदेश दिया गया था। जिसमें उसने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी शामिल कर लिया। दरअसल, रंजीत कोहली उर्फ रकीबुल हसन के घर के इस आयोजन में हेमंत सोरेन तब शामिल हुए थे जब वह विपक्ष के नेता थे। इसी आयोजन को आधार बनाकर रंजीत कोहली ने हेमंत सोरेन का नाम गवाह के रूप में दिया था।
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