आदित्यपुर : झारखंड स्टेट इलेक्ट्रिक सप्लाई वर्कर्स यूनियन ने मंगलवार को राज्यभर में झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड की स्मार्ट मीटर योजना का विरोध करते हुए अपने 7 सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। आदित्यपुर के जियाडा विद्युत अधीक्षण अभियंता कार्यालय के समक्ष यूनियन के सदस्यों ने जोरदार प्रदर्शन कर अपनी मांगों को रखा। यूनियन के उप महामंत्री मनसफ अली ने कहा कि स्मार्ट मीटर योजना किसानों और मजदूरों के हितों के खिलाफ है। उन्होंने आशंका जताई कि इस योजना के लागू होने से ऊर्जा मित्रों की नौकरियां खतरे में पड़ जाएंगी, जिससे उनके सामने बेरोजगारी की समस्या उत्पन्न होगी। इसके अलावा, उन्होंने विद्युत संयंत्रों के निजीकरण का भी पुरजोर विरोध किया। यूनियन ने अपनी 7 सूत्री मांगों को प्रमुखता से उठाया, जिनमें पुरानी पेंशन योजना की बहाली, विद्युत विधेयक कानून का विरोध, अनुबंध एवं मानदेय पर कार्यरत कर्मियों को नियमित करना, सभी रिक्त पदों पर जल्द बहाली, उत्तर प्रदेश पावर कंपनी से निलंबित 2,500 कर्मचारियों की सेवा बहाल करना आदि शामिल हैं। विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व अंचलीय सचिव सुदेश कुमार सिन्हा ने किया। उनके साथ देवानंद सिंह, सन्नीदेव प्रसाद, कृष्ण कुमार यादव, सुजीत कुमार, संजय कुमार, मधु कुमारी, मान बहादुर थापा, शैलेश कुमार, राजेश महतो, सनी कुजूर, प्रशांत कुमार सिंह, उदय राम, दीपक कुमार, जमील अख्तर, राकेश दुबे, सत्यदेव प्रकाश, प्रमोद मसीह, और सुभल दे समेत अन्य सदस्य मौजूद थे। यूनियन ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से जल्द से जल्द उनकी समस्याओं का समाधान करने की अपील की।