न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
गढ़वा में कई लोगों पर हमला कर अपना शिकार बनाने वाले तेंदुए के आतंक का अंत अब निकट आ गया है। वन विभाग द्वारा आदमखोर तेंदुए का खात्मा करने का फैसला लेने के बाद हैदरा से शूटर शफत अली खान को बुलाया गया है। शफत अली बुधवार को गढ़वा पहुंच भी गए हैं। शूटर शफत अली खान ने तेंदुए के खात्मे के लिए योजना बनानी शुरू कर दी है। उनका कहा कि हमें तेंदुए को खत्म करने के लिए उसकी तरह ही सोचना होगा। उन्होंने बताया कि तेंदुआ रात में विचरण करने वाला प्राणी है। क्योंकि सुबह को वह आराम करता है। इसलिए हमारी प्लानिगं तेंदुए की रात की गतिविधियों को ध्यान में रखकर बनानी होगी।
शफत अपनी विशेष गाड़ी लेकर गढ़वा आये हैं। जिससे सुरक्षित तरीके से शिकार पर वार किया जा सकता है। शफत अली की अपनी टीम जो इस तरह के मामले में एक्सपर्ट हैं। उन्होंने बता कि उन्होंने और उनकी टीम ने कई राज्यों में आदमखोर जानवरों से लोगों को बचाया है। उन्हें पूरी उम्मीद है कि वे गढ़वा के लोगों को भी तेंदुए के आतंक से छुटकारा दिला पायेंगे।
वन अधिकारी शशि कुमार ने बताया कि शफत अली समाज कल्याण के लिए यह काम करते हैं। इस तरह के काम के लिए वह कोई पैसे नहीं लेते हैं। वन संरक्षक अधिकारी ने बताया कि तेंदुआ पर नजर रखने के लिए 10 टीम लगाई गई हैं। प्रत्येक टीम में 10-10 सदस्यों को शामिल किया गया है।
शफत अली के अब तक के कारनामे
शूटर शफत अली खान ने बता कि ग्वालियर में एक ऑपरेशन के दौरान उन्होंने 17,400 सुअर मारे हैं। इसके अलावा बिहार में 7,000 जंगली सुअरों को मार चुके हैं।
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