झामुमो ने किया 7 सीटों पर दावा! सीट शेयरिंग को लेकर JMM और कांग्रेस के बीच बन गई बात?  

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शनिवार को  2024 को I.N.D.I.A. गठबंधन की (jharkhand seat sharing) बैठक में आसन्न लोकसभा चुनाव के लिए लोक सभा सीटों तथा वर्तमान राजनैतिक परिस्थिति पर चर्चा की गई। बैठक में पार्टी के केन्द्रीय उपाध्यक्ष सह मंत्री झारखंड सरकार, चम्पई सोरेन, केन्द्रीय महासचिव सह सदस्य, राज्य समन्वय समिति (दर्जा प्राप्त मन्त्री) विनोद कुमार पाण्डेय, केन्द्रीय महासचिव,  सुप्रियो भट्टाचार्य, केन्द्रीय महासचिव सह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू के साथ-साथ राजेश ठाकुर, आलमगीर  आलम, मुकुल वासनिक, सलमान खुर्शीद, अशोक गहलौत एवं  मोहन प्रकाश शामिल हुए।

झामुमो ने किया सात सीटों पर दावा

जानकारी के मुताबिक लोकसभा चुनाव में झारखण्ड की 14 सीटों के लिए कांग्रेस और झामुमो के बीच हुई बैठक (jharkhand seat sharing) में झामुमो ने जहाँ सात सीटों पर दावा ठोंका है, वहीं कांग्रेस ने सीट बंटवारे को लेकर किसी तरह की आपति नहीं जतायी। झामुमो ने दुमका, राजमहल, दुमका, चाईबासा, जमशेदपुर, लोहरदगा, कोडरमा और गिरिडीह लोकसभा सीट पर दावा ठोंका है।  झामुमो ने कांग्रेस की सिटिंग सीट चाईबासा और बहुत कम अंतर से हारने वाली लोहरदगा सीट पर दावेदारी की है। वहीं  झामुमो के केन्द्रीय महासचिव विनोद कुमार पाण्डेय ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में झारखण्ड की लोकसभा चुनाव की सभी 14 सीटों पर INDI अलायंस की जीत सुनिश्चित करने के लिए जो दल जहाँ मजबूत हैं, वहां उसे तरजीह दी जाएगी। सीट पर खींचतान की बात उन्होंने नकार दी और आपसी सहमति से अगले बैठक में निर्णय लेने की बात कही।

‘सीटों की घोषणा अभी नहीं’  

वहीं, कांग्रेस विधायक दल के नेता का  (jharkhand seat sharing) कहना है कि बैठक सकारात्मक रही। लेकिन सीटों की घोषणा सभी सहयोगी दलों से वार्ता हो जाने के बाद होगी। आलमगीर आलम के मुताबिक  बैठक (jharkhand seat sharing) के दौरान मूल रूप से यह चर्चा हुई कि किस किस सीट पर कौन मजबूत है। अगले सप्ताह फिर मीटिंग होने की संभावना है। शनिवार को दिल्ली में हुई बैठक को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव और राज्य समन्वय समिति के सदस्य विनोद पांडेय ने बताया कि  बैठक सकारात्मक रही है और जल्द ही हम सभी एक सर्वमान्य फॉर्मूले पर पहुंच जायेंगे।

2019 में कांग्रेस को मिली थी नौ सीटें

झारखंड में वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस, जेएमएम और आरजेडी ने मिलकर चुनाव लड़ा था। जिसमें कांग्रेस को नौ सीटें मिली थी।

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