Jharkhand Reels: रील्स बनाने का झारखंड सरकार देगी लाखों रुपये, जानिये कैसे?

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Jharkhand Reels: झारखंड में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हेमंत सोरेन सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. सोशल मीडिया के माध्यम से रील बनाकर प्रचार-प्रसार करने वाले सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर को सरकार की ओर से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. पहली बार झारखंड सरकार इस दिशा में नीतिगत पहल करने जा रही है. पर्यटन, कला-संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग सोशल मीडिया नीति बना रहा है. झारखंड में विभाग की ओर से तीन श्रेणी में पर्यटन स्थल के रूप में 500 से अधिक प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक विरासत, ऐतिहासिक स्थल सूचीबद्ध हैं. कई सारे रोमांचक और आकर्षक स्थल हैं, जिनका रील के माध्यम से सोशल मीडिया मंच पर प्रचार-प्रसार करने से पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा.

झारखंड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से रूबरू होने के लिए प्रमुख त्योहारों सरहुल, सोहराई, करमा, रामनवमी, दिवाली को प्रमोट किया जा सकता है। झारखंड के ऐतिहासिक स्थलों देवघर, पारसनाथ, रजरप्पा, लुगु बुरु, मलूटी मंदिर और मैक्लुस्कीगंज आदि को प्रमोट किया जा सकता है। झारखंड की आदिवासी संस्कृति को प्रमोट करने के लिए यहां के आदिवासी समुदायों की जीवन शैली, उनके रीति-रिवाज और उनके पारंपरिक उत्सवों को रील से दर्शाया जा सकता है।

कुछ शर्तें भी होंगी

  • रील पर कॉपीराइट नहीं होगा, सरकार उपयोग कर सकेगी,सरकार द्वारा रील के प्रचार-प्रसार के लिए उपयोग किए जाने पर निर्माता को श्रेय दिया जाएगा
  • अलग-अलग पर्यटन स्थलों के रील बनाने होंगे, नया और प्रभावी कंटेंट देना होगा,गलत कंटेंट, वीडियो, फोटो पर भी सरकार प्रभावी नियंत्रण और कार्रवाई करेगी
  • एक साल में एक इंफ्लूएंसर को एक बार ही मिलेगी प्रोत्साहन राशि

कई सुविधाएं देगी सरकार

  • जेटीडीसी के होटलों में दो दिन ठहरना नि:शुल्क होगा
  • आवागमन के लिए साधन भी सरकार की ओर से उपलब्ध हो सकेगा
  • झारखंड इको टूरिज्म प्राधिकरण को संचालित करने पर जोर
  • वन विभाग से बेहतर समन्वय और ज्वाइंट फॉरेस्ट कमेटी को सक्रिय किया जाएगा

रील में दिखेंगे 528 पर्यटन स्थल

झारखंड में पर्यटन, कला-संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग की ओर से तीन श्रेणी में पर्यटन स्थल के रूप में 528 से अधिक प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक विरासत, ऐतिहासिक स्थल सूचीबद्ध हैं। श्रेणी ए में 37 पर्यटन स्थल हैं, इनमें मुख्य रूप से देवघर में वैद्यनाथ धाम, त्रिकुट पहाड़, रिखिया धाम, साहिबगंज में उधवा पक्षी विहार, दुमका में बासुकीनाथ धाम, मलूटी मंदिर समेत कई है। श्रेणी बी में 57, सी में 112 और डी में 322 पर्यटन स्थल सूचीबद्ध हैं।

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