न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
नक्सलवाद-उग्रवाद को नियंत्रित करने में पुलिस को एक और कामयाबी मिली है। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने रनिया थाना क्षेत्र के निचितपुर सदान टोली प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के उग्रवादी हेरमन बारला को हथियारों के साथ धर-बदोचा है। हालांकि दो उग्रवादी भागने में सफल रहे। गिरफ्तार उग्रवादी के पास से एक देसी कट्टा, जिंदा कारतूस, संगठन के पर्चे भी पुलिस ने बरामद किये हैं।
यह जानकारी तोरपा के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ओम प्रकाश तिवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। उन्होंने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि पीएलएफआई का उग्रवादी श्रवण दास अपने साथियों के साथ निचितपुर सदान टोली में कोई आपराधिक घटना को अंजाम देने वाला है।सूचना मिलते ही आनन-फानन छापेमारी टीम निचितपुर गांव पहुंच गयी। जिस समय छापेमारी टीम गांव में पहुंची, एक अर्द्धनिर्मित मकान की छत पर तीन उग्रवादी सो रहे थे। लेकिन उन्हें पुलिस के आने की भनक लग गयी। भनक लगते ही श्रवण दास और एक अन्य उग्रवादी तो भागने में सफल रहे, लेकिन हेरमन बारला पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
अभियान में ये थे शामिल
उग्रवादियों की सूचना मिलने के बाद एससपी अमन कुमार के निर्देश पर एएसपी अभियान द्वारा तोरपा के एसडीपीओ के नेतृत्व में छापामार दल गठित किया गया। एसडीपीओ ओपी तिवारी के साथ तोरपा के पुलिस इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह, रनिया थाना प्रभारी सत्यजीत कुमार, तपकारा थाना प्रभारी रंजीत किशोर, रनिया थाना के अवर निरीक्षक संदीप कुमार और निशांत केरकेट्टा के अलावा सैट 120 और तपकारा थाने के सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।