न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
दिल्ली से लेकर बिहार-झारखंड तक सरकार के विरुद्ध विपक्ष का रार चल रहा है। दिल्ली में विपक्ष अडाणी मुद्दे समेत जांच एजेंसियों की कार्रवाइयों पर सरकार को घेर रही है। जिसके कारण सदन की कार्रवाई पूरी तरह ठप है। बिहार में विपक्षी भाजपा ने मंगलवार को माइक तोड़े जाने पर भाजपा विधायक के निलंबन के खिलाफ हल्ला बोल रही है। लंदन में अपने बयान के कारण विवादों में आये राहुल गांधी संसद से बचते फिर रहे हैं, वैसी ही स्थिति झारखंड में भी है जहां नियोजन नीति को लेकर विपक्ष सरकार पर दबाव बना रही है वहीं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सदन से दूरी बनाये हुए हैं।
झारखंड विधानसभा में बुधवार को भी नियोजन नीति को लेकर विपक्ष ने हंगामा किया। सदन शुरू होने से पहले विधानसभा के बाहर और सत्र शुरू होने के बाद वेल में आकर विपक्ष ने हंगामा किया। विपक्ष नियोजन नीति पर मुख्यमंत्री से सदन में आकर जवाब की मांग पर अड़ा हुआ है। भाजपा विधायकों ने ‘1932 की भेलो’, ‘60-40 नाय चलतो’, ‘युवा विरोधी मुख्यमंत्री इस्तीफा दो’, ‘नियोजन नीति लागू करो’ के नारे लगाए। इतना ही नहीं विपक्षी विधायक नियोजन नीति सम्बंधित नारे लिखी टी शर्ट पहन रखी थी।
विपक्ष के विरोध के कारण सोमवार और मंगलवार को प्रश्नकाल बाधित रहा। भाजपा विधायक अमर कुमार बावरी ने कहा कि सरकार का राज्य के युवाओं के भविष्य से कुछ लेना-देना नहीं है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सरकार की नियोजन नीति से राज्य के युवा दिग्भ्रमित हो रहे हैं। महागठबंधन की सरकार पिछले सवा तीन वर्ष से युवाओं को ठग रही है। पांच लाख प्रतिवर्ष रोजगार का वादा कर सत्ता में आई हेमंत सरकार नौकरी तो नहीं दे सकी है। मुख्यमंत्री सदन का सामना करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।
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