न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
क्या झारखंड पुलिस का यह दावा खोखला साबित है कि झारखंड नक्सलियों से लगभग मुक्त हो चुका है। क्योंकि बीच-बीच में नक्सली अपनी ताकत दिखाकर अपने होने का एहसास दिला भी रहे हैं। एक नहीं, तीन जिलों में नक्सलियों ने जिस तरह से उत्पात मचाया है, वह झारखंड पुलिस को चुनौती है। नक्सलियों ने लेवी नहीं दिये जाने का गुस्सा तीन जिलों में निर्माण में लगे 12 वाहनों को फूंक कर निकाला है। उस पर पुलिस को यह संदेह है कि यह काम नक्सलियों का है या अपराधियों का है।
पुलिस के ही अनुसार बोकारो और रामगढ़ जिले में माने बिरसेन के दस्ते ने इस घटना को अंजाम दिया। यह दस्ता इनामी नक्सली मिथिलेश महतो के सरेंडर के बाद क्षेत्र में दहशत फैला रहा है। बोकारो जिले के महुआटांड थाना क्षेत्र में एक जेसीबी, चार ट्रैक्टर और रामगढ़ में दो जेसीबी और तीन ट्रैक्टर इन नक्सलियों के हाथों आग के हवाले कर दिये गये। महुआटांड थाना क्षेत्र में पाइप लाइन का काम चल रहा है। वहीं, रामगढ़ जिले के गोला थाना क्षेत्र के पारसाडीह में बीएम कंपनी पुल बना रही है।
वहीं, लोहरदगा जिला के कुडू थाना क्षेत्र में देर रात पीएलएफआई के हथियारबंद अपराधियों ने तांडव मचाया। कुडू थाना क्षेत्र के मकांदु स्थित बालाजी क्रेशर में लगे साइंलेट जरनेटर,पोपलेन मशीन को जला दिया गया। इसके अलावा दो बम विस्फोट कर दहशत फैलाने की भी कोशिश की गयी। मकांदु स्थित बालाजी क्रशर में कार्यरत कर्मियों के साथ मारपीट भी की गयी। पीएलएफआई ने कुडू के बाद भंडरा थाना क्षेत्र में निर्माण हो रहे चेकडैम कार्य को बाधित करते हुए मजदूरों के साथ मारपीट की। साथ ही उनके मोबाइल फोन छीन लिये। बताया जा रहा है नक्सलियों के इस तांडव में करोड़ों रुपयो का नुक़सान हुआ है।
यह भी पढ़ें: Jharkhand: सचिवालय घेराव के लिए बुक कर ली पूरी ट्रेन, 11 अप्रैल को भाजपा का हल्ला बोल