Monsoon Session: झारखंड विधानसभा का मॉनसून सत्र (Monsoon Session) आज से शुरू हो रहा है. इस मानसून सत्र के पांच अगस्त तक चलने की संभावना है। इसमें राज्य सरकार कई विधेयकों को पारित कराने के एजेंडे के साथ आएगी। वहीं विपक्ष राज्य में भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था और सूखे जैसी स्थिति सहित कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में है।
ये विधेयक लाए जाएंगे दोबारा
राज्य विधानसभा के इस छह दिवसीय मानसून सत्र में राज्य सरकार ने पीट-पीट कर मारने के विरोध में और राज्य में जनजातीय विश्वविद्यालय की स्थापना से संबंधित महत्वपूर्ण विधेयक दोबारा पेश करने की तैयारी की है, क्योंकि ये दोनों विधेयक विधानसभा ने पहले भी पारित किए थे, लेकिन इनके हिंदी-अंग्रेजी अनुवाद में भिन्नता की वजह से राज्यपाल ने इन्हें बगैर हस्ताक्षर किए वापस कर दिया था।
सत्र के हंगामेदार रहने की संभावना
राज्य विधानसभा के मानसून सत्र के हंगामेदार रहने की संभावना है। पूरे सत्र की तैयारियों को लेकर विधानसभाध्यक्ष की ओर से बुलायी गयी सर्वदलीय बैठक में राज्य में सूखे की स्थिति पर सत्र के दौरान विशेष चर्चा कराने पर आज सहमति बनी।
इन मुद्दों को उठा सकती है भाजपा
सत्र के दौरान राज्य सरकार वर्तमान वित्त वर्ष के लिए प्रथम अनुपूरक बजट भी पेश करेगी। मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने सत्र के दौरान राज्य में अवैध खनन, रांची में महिला सब इंस्पेक्टर की हत्या, सरकारी स्कूलों में रविवार के बदले शुक्रवार की छुट्टी जैसे मुद्दों पर सरकार की घेराबंदी की तैयारी कर ली है।
राज्य के ‘इस्लामीकरण’ का भी मुद्दा उठा सकता है विपक्ष
भाजपा इन दिनों सरकार पर आरोप लगाती रही है कि सरकार के संरक्षण में राज्य का इस्लामीकरण हो रहा है। पार्टी का कहना है कि सरकार के इशारे पर हिंदी विद्यालयों में भी शुक्रवार की छुट्टी हो रही है और प्रार्थना को विवादित बनाया जा रहा है। बहुत संभावना है कि भाजपा राज्य के इस्लामीकरण को मुद्दा बनकर सरकार को इस मानसून सत्र में घेरेगी।
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