न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
झामुमो और कांग्रेस के बीच भारी उठापटक के बाद आखिरकार झामुमो ने राज्यसभा के लिए अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। तमाम अटकलों को दरकिनार करते हुए झामुमो ने अपनी दिग्गज महिला नेत्री डॉ महुआ माजी को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेसी नेताओं के साथ कई दौर की वार्ता और दिल्ली में खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी से वार्ता भी काम नहीं आयी। इसके बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भले ही यह घोषणा की कि झामुमो और कांग्रेस गठबंधन का संयुक्त उम्मीदवार ही चुनाव लड़ेगा, लेकिन उन्होंने आज सारा सस्पेंस ही खत्म कर दिया। कुल मिलाकर कांग्रेस ने झामुमो पर दबाव बनाने की जो रणनीति बनायी थी, वह काम नहीं आयी। और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके महुआ माजी को अपने उम्मीदवार के रूप में घोषित कर दिया।
अब क्या करेगी कांग्रेस
अब सवाल है कि कांग्रेस का अगला कदम क्या होगा। क्या कांग्रेस अपना कोई उम्मीदवार देगी? या अब वह झामुमो की उम्मीदवार को अपना समर्थन देगी? अगर उम्मीदवार देगी भी तो क्या वह उम्मीदवार झारखंड का होगा या कोई आयातित उम्मीदवार होगा? जो भी हो सकता है थोड़ी देर कांग्रेस की ओर से भी यह सस्पेंस खत्म हो जायेगा। क्योंकि उसके पास भी आज का दिन शेष है, कल नामांकन करने का आखिरी दिन है।
डॉ महुआ माजी की लेखिका के रूप में भी बड़ी पहचान
महुआ माजी एक कुशल नेत्री तो हैं ही, साथ ही वह बेहतरीन साहित्यकार भी हैं। उन्होंने अपनी लेखनी से काफी ख्याति पायी है और सम्मान अर्जित किया है। आइये देखते हैं महुआ माजी ने साहित्य के क्षेत्र में कौन-सी उपलब्धियां हासिल की हैं-
- उपन्यास – बोरिशाइल्ला
- कहानियां – मोईनी की मौत, झारखंडी बाबा, उफ!ये नशा कालिदास!, मुक्तियोद्धा, ताश का घर, रोल मॉडेल, ड्राफ्ट, सपने कभी नहीं मरते, जंगल जमीन और सितारे, चंद्रबिन्दु
- सम्मान – इंदु शर्मा अंतरराष्ट्रीय कथा सम्मान, झारखंड रत्न सम्मान, मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी सम्मान, डॉ कामिल बुल्के साहित्य सम्मान
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