2019 से 2022 के बीच छत्तीसगढ़ में जो कथित शराब घोटाला हुआ था, उसकी आज झारखंड तक भी पहुंची थी। इस घोटाले में अब झारखंड के IAS विनय चौबे भी नाम सामने आया है। शराब घोटाले की जांच कर रही रायपुर की आर्थिक अपराध शाखा ने जो मामला दर्ज किया है, उसमें छत्तीसगढ़ के अधिकारियों के साथ झारखंड के आइएएस और तत्कालीन उत्पाद सचिव विनय चौबे भी आरोपी बनाये गये है।
बता दें कि रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र निवासी विकास सिंह नामक व्यक्ति के बयान के आधार पर आर्थिक अपराध शाखा जांच के बाद यह मामला दर्ज किया है। रांची का विकास सिंह वह व्यक्ति है जिसने छत्तीसगढ़ के अधिकारी अनिल टुटेजा, अनवर ढेबर, अरुणपति त्रिपाठी तथा अन्य लोगों पर आरोप लगाया कि शराब घोटाला करके छत्तीसगढ़ सरकार को अरबों रुपयों के राजस्व का नुकसान पहुंचाया गया है। विकास सिंह का कहना है कि झारखंड में जो शराब नीति बदली गयी थी, उसका बदलाव इसी सिंडिकेट में शामिल झारखंड के अधिकारियों ने करवाया है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले अप्रैल 2023 में शराब घोटाले को लेकर आईएएस विनय चौबे और कर्ण सत्यार्थी ने ईडी के रायपुर कार्यालय में अपना बयान दर्ज कराया था।
बता दें कि 2019 से 2022 के बीच छत्तीसगढ़ में यह शराब घोटाला खूब उछला था। आरोप है कि शराब दुकानों से अवैध शराब डुप्लीकेट होलोग्राम लगाकर बेची गई थी।
न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
यह भी पढ़ें: झारखंड कृषि ऋण माफी योजना कार्यक्रम: सीएम हेमंत सोरेन ने किसानों के लगभग 400 करोड़ 66 लाख रुपए का ऋण किया माफ़