न्यूज डेस्क/ समाचार प्लस – झारखंड-बिहार
दो दिनों के मंथन के बाद आखिर भाजपा के केन्द्रीय चुनाव समिति ने मांडर विधानसभा उपचुनाव के लिए गंगोत्री कुजूर को कांग्रेस की प्रत्याशी शिल्पी राज तिर्की के खिलाफ उतारने का फैसला किया है। आय से अधिक सम्पत्ति मामले में कांग्रेस विधायक बंधु तिर्की की सदस्यता समाप्त होने के बाद मांडर की सीट खाली हो गयी थी। इस सीट के लिए कांग्रेस ने बंधु तिर्की की बेटी शिल्पी राज तिर्की को उतारने का फैसला किया। शिल्पी दो दिन पहले अपना नामांकन कर चुकी हैं। भाजपा वरिष्ठ नेताओं की बैठक के बाद कुछ नामों पर सहमति के बाद उस पर अंतिम मुहर लगाने के लिए उसे केन्द्रीय चुनाव समिति के पास भेजा गया जिस पर चुनाव समिति ने काफी मंथन के बाद अंत में पूर्व विधायक रह चुकी गंगोत्री कुजूर को एक बार फिर मौका दिया है। बता दें। 2019 के चुनाव में भाजपा ने तत्कालीन विधायक की जगह देवशरण भगत को मौका दिया था। बात दें, मांडर विधानसभा उपचुनाव के लिए गंगोत्री कुजूर के अलावा रांची की मेयर आशा लकड़ा और अरुण उरांव के नाम की चर्चा थी। गंगोत्री कुजूर के चुनाव मैदान में उतरने के बाद मांडर का मुकाबला कांटे का हो गया है।